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Hindi News महाराष्ट्र महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे को झटका, पार्टी प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने छोड़ा साथ, दिल्ली में कांग्रेस ज्वाइन की

महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे को झटका, पार्टी प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने छोड़ा साथ, दिल्ली में कांग्रेस ज्वाइन की

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को झटका देते हुए पार्टी के प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। इस खबर के सामने आने के बाद चर्चाओं का नया दौर शुरू हो गया है।

Uddhav Thackeray- India TV Hindi Image Source : INDIA TV उद्धव ठाकरे

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को झटका देते हुए उद्धव ठाकरे की पार्टी के प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मौजूदगी में कांग्रेस में प्रवेश कर लिया। इस दौरान कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी सहित महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले एवं महाराष्ट्र के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।

एक तरफ शिवसेना उद्धव ठाकरे और कांग्रेस की सीट को लेकर विवाद चल रहा है, इस बीच शिवसेना उद्धव ठाकरे के प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने कांग्रेस में प्रवेश कर लिया। जिसके बाद से सियासी गलियारों में चर्चाओं का नया दौर शुरू हो गया है।

सीट शेयरिंग पर पेंच

गौरतलब है कि हालही में महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा हो चुकी है। 20 नवंबर को 1 चरण में महाराष्ट्र में मतदान कराया जाएगा। वहीं 23 नवंबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस बीच महाविकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग पर अब भी पेंच फंसा हुआ है। 

हालही में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि जहां एक से ज्यादा दल मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो वहां पर सीट को लेकर थोड़ी रस्सा-कस्सी होती है। लेकिन यह टूटन के कारण पर ना पहुंच जाए, यह सभी दलों को ध्यान रखने की जरूरत है। मुझे ऐसा लगता है कि अभी ऐसा कोई बड़ा बखेड़ा नहीं हुआ है। ऐसा तो अब तक मुझे नहीं बताया गया है।

उन्होंने कहा था कि अभी संजय राउत भी आए थे, अनिल देसाई भी आए थे और अगर ऐसा कुछ वह बताते हैं तो उसके लिए जो जरूरी कदम उठाने होंगे हम उठाएंगे। सीट शेयरिंग को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले तक सीट शेयरिंग तय हो जाएगी। दो से तीन दिन में या फिर शनिवार को ही सीट शेयरिंग तय हो सकती है। हम ऐसे अंतिम मुकाम पर आ पहुंचे हैं। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को महाविकास अघाड़ी की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में अधिकांश सीटों पर सहमति बन चुकी है। लेकिन मात्र 25 ऐसी सीटें हैं जिसपर अब तक आम सहमति नहीं बनी है।