मुंबई: महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55,469 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 31,13,354 हो गए। इसके साथ ही महामारी से 297 और मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या 56,330 पर पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में अभी कोविड-19 के 4,72,283 मरीज उपचाराधीन हैं। विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, अब तक 25,83,331 मरीज ठीक हो चुके हैं। इस बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने कहा कि मुंबई के निजी अस्पताल, सर्दी जुकाम जैसे लक्षणों वाले गंभीर मरीजों की रेपिड एंटीजेन जांच कर सकते हैं लेकिन बिना लक्षणों वाले मरीजों की यह जांच नहीं की जाएगी।
आरएटी जांच से कोरोना वायरस संक्रमण का जल्दी पता चला जाता है। बीएमसी द्वारा पांच अप्रैल को जारी नए दिशा निर्देशों के अनुसार, स्थानीय अधिकारियों की अनुमति के बिना कोई भी अस्पताल रेपिड एंटीजेन जांच शुरू नहीं कर सकता है। बीएमसी ने कहा कि बिना लक्षणों वाले मरीजों की आरएटी जांच नहीं की जा सकती है।
वहीं मुंबई में कोरोना वायरस के 10,030 नए मामले सामने आए तथा महामारी से 31 और मरीजों की मौत हो गई। मुंबई में अक्टूबर के बाद से किसी एक दिन में मृतकों की यह सर्वाधिक संख्या है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका के आंकड़ों के अनुसार नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,72,332 हो गई जबकि मृतकों की संख्या 11,828 पर पहुंच गई। शहर में अब तक 3,82,004 मरीज ठीक हो चुके हैं और अभी 77,495 मरीज उपचाराधीन हैं।
इस बीच महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिला प्रशासन ने बाहर से आने वालों के लिए आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य कर दिया है। कोल्हापुर कलेक्टर दौलत देसाई ने मंगलवार को कहा, “जिले में कोविड-19 का प्रसार अभी कम है लेकिन पुणे, सांगली और सतारा जैसे पड़ोसी जिलों में संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि जो लोग कोल्हापुर जिले में आना चाहते हैं उन्हें आगमन से 48 घंटे पहले आरटी पीसीआर जांच करानी होगी और निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी। उन्होंने कहा कि टीके की दूसरी खुराक ले चुके लोगों के लिए यह अनिवार्य नहीं होगी।
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