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महाराष्ट्र में सामने आए कोरोना वायरस के 6,753 नये मामले, 167 और लोगों की मौत

महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 167 और लोगों की मौत हो गई और इस महामारी के 6,753 नये मामले सामने आये। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस महामारी के मामलों की कुल संख्या 62,51,810 जबकि मृतकों की संख्या 1,31,205 हो गई है।

Maharashtra reports 6,753 new COVID-19 cases, 167 deaths, 5,979 recoveries- India TV Hindi Image Source : PTI महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 167 और लोगों की मौत हो गई।

मुंबई: महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 167 और लोगों की मौत हो गई और इस महामारी के 6,753 नये मामले सामने आये। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस महामारी के मामलों की कुल संख्या 62,51,810 जबकि मृतकों की संख्या 1,31,205 हो गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 5,979 लोगों को स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे ठीक होने वाले लोगों की संख्या 60,22,485 पहुंच गई है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में इस समय उपचाराधीन मरीजों की संख्या 94,769 है। राज्य में ठीक होने की दर 96.33 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर 2.09 प्रतिशत है। 

उन्होंने बताया कि मुंबई में कोविड-19 के 373 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या 7,33,344 हो गई है जबकि महामारी से आठ और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 15,818 पर पहुंच गई है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने एक बार फिर कहा है कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान राज्य में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके कारण किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी। 

टोपे ने नेशनल कोल्ड चेन अनुसंधान केन्द्र के एक छात्रावास के उद्घाटन के अवसर पर संवाददाताओं से यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी के कारण कोविड-19 के किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। ऐसी मौतें देश के अन्य राज्यों में हो सकती हैं।’’ बता दें कि केन्द्र सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य अथवा केन्द्र शासित प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी। इसको लेकर विपक्ष और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार की कड़ी आलोचना की थी। 

टोपे ने कहा कि राज्य में प्रति दिन कोविड-19 वैक्सीन की करीब 3.5 लाख खुराकें लगाई जा रही हैं, जबकि उसकी क्षमता एक दिन में वैक्सीन की 10 लाख खुराक लगाने की है। राज्य में स्कूलों को दोबारा खोले जाने पर टोपे ने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के निर्देशों का पालन करेगी जोकि यह निर्धारित करता है कि शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के बाद ही शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोला जा सकता है। 

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