मुंबई: महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 51,751 मामले सामने आए और महामारी से 258 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह जानकारी दी गई। इससे एक दिन पहले राज्य में संक्रमण के 63,294 मामले सामने आए थे। विभाग के अनुसार, राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 34,58,996 हो गए हैं और मृतकों की संख्या 58,245 पर पहुंच गई है। महाराष्ट्र में अब 5,64,746 मरीज उपचाराधीन हैं। राजधानी मुंबई में संक्रमण के 6893 नए मामले सामने आए और 43 मरीजों की मौत हो गई। राज्य में अब तक 28,34,473 मरीज ठीक हो चुके हैं।
वहीं कोरोना संक्रमण के बेकाबू होते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार राज्य में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाने जा रही है। हालांकि कब से लॉकडाउन लगेगा? इसका जिक्र सरकार की ओर से नहीं किया गया है। इस पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना महामारी को देखते हुए लॉकडाउन लगाया जाएगा और उसकी शुरुआती तैयारी सरकार की ओर से युद्धस्तर पर की जा रही है।
इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। राउत ने संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र ने केंद्र के हर निर्देश का पालन किया और केंद्र को संवेदनशील होकर काम करना चाहिए और राज्यों को दोष नहीं देना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में कोविड-19 के प्रतिदिन सामने आने वाले मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इन राज्यों से सामने आने वाले मामले, संक्रमण के नए मामलों का 83.02 प्रतिशत है।
राउत ने कहा, “अगर महाराष्ट्र और अन्य दो राज्य (पंजाब और छत्तीसगढ़) विफल हुए हैं तो पहली विफलता केंद्र की है क्योंकि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वायरस के विरुद्ध युद्ध लड़ रहा है।” उन्होंने सवाल किया कि केवल गैर-भाजपा शासित राज्यों को ही विफल क्यों कहा जा रहा है?
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