महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वालों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार सहित सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के 15 उम्मीदवार शामिल हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, ‘महायुति’ के जिन उम्मीदवारों ने एक से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की, उनमें से 8 भारतीय जनता पार्टी के, चार अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के और तीन शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के हैं।
विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) का कोई भी उम्मीदवार एक लाख से अधिक वोटों से जीत की उपलब्धि हासिल नहीं कर सका। हालांकि, एमवीए के कुछ प्रत्याशी 90 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज करने में सफल रहे। भाजपा के काशीराम वेचन पावरा ने शिरपुर से 1,45,944 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि पार्टी के शिवेंद्रराजे भोंसले ने सतारा में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 1.42 लाख वोटों से हराया।
भाजपा उम्मीदवार-
एक लाख से अधिक वोटों से विजयी रहने वाले अन्य भाजपा उम्मीदवारों में केवलराम काले (मेलघाट से 1,06,859 वोट), दिलीप बोरसे (बगलान से 1,29,297 वोट), संजय उपाध्याय (बोरीवली से 1,00,257 वोट), शंकर जगताप (चिंचवड़ से 1,03,865 वोट), चंद्रकांत पाटिल (कोथरुड से 1,12,041 वोट) और कृष्ण खोपड़े (नागपुर पूर्व से 1,15,288 वोट) शामिल हैं।
NCP उम्मीदवार-
राकांपा प्रमुख अजित पवार ने बारामती में अपने भतीजे और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के उम्मीदवार युगेंद्र पवार को 1,00,899 मतों से मात दी। हालांकि, यह आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनावों में उनकी जीत के अंतर (1.65 लाख वोट) से कम है। सुनील शेल्के (मावल से 1,08,565 वोट), आशुतोष काले (कोपरगांव से 1,24,624 वोट) और धनंजय मुंडे (परली से 1,40,224 वोट) राकांपा के अन्य प्रत्याशी हैं, जो एक लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।
शिवसेना उम्मीदवार-
कोपरी-पचपखाड़ी में मुख्यमंत्री शिंदे ने 1,59,060 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि ओवला-माजीवाड़ा में उनकी पार्टी के उम्मीदवार प्रताप सरनाइक 1,08,158 वोटों से विजयी रहे। शिंदे के कैबिनेट सहयोगी दादा भुसे ने मालेगांव बाहरी निर्वाचन क्षेत्र में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 1,06,606 वोटों के अंतर से हराया।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा वोट भाजपा के शंकर जगताप (चिंचवड़ में 2,35,323 वोट) और महेश लांडगे (भोसरी में 2,13,624) तथा राकांपा के धनंजय मुंडे (परली में 1,94,889) ने हासिल किए। (भाषा इनपुट्स के साथ)