Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सत्ता गंवा चुके शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र में विद्रोही खेमे से जिस तरह की आलोचनात्मक टिप्पणियां आ रही हैं, वे पार्टी नेतृत्व और उनके परिवार के खिलाफ उनकी नफरत और ईर्ष्या को उजागर करती हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘गद्दार’ चले गए हैं और जिन्हें लगता है कि शिवसेना अध्यक्ष एवं उनके पिता उद्धव ठाकरे एक अच्छे इंसान हैं, वे अब भी पार्टी के साथ हैं।
शिवसेना विधायकों और अन्य नेताओं की ओर से उद्धव ठाकरे के खिलाफ लगाए गए आरोपों का कारण पूछने पर पूर्व मंत्री ने कहा, “इस विद्रोह ने हमारे प्रति उनकी घृणा, ईर्ष्या और क्रोध को बेनकाब कर दिया है। ऐसे में सच्चाई सामने आ रही है। इसका मतलब यह भी है कि वे सभी (विद्रोही) तब झूठ बोलते थे जब वे ठाकरे परिवार के प्रति सम्मान का दावा करते थे।”
शिवसेना के 12 सांसद शिंदे गुट में हुए शामिल
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के निचले सदन में राहुल शेवाले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दे दी है। इसी बीच आदित्य ठाकरे ने बागी गुट पर यह हमला किया है। उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। शिंदे ने शिवसेना के 19 में से 12 सांसदों से दिल्ली में मुलाकात की। शिंदे गुट को समर्थन देने का मन बना चुके इन बागी सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और उन्होंने अलग ग्रुप के तौर पर मान्यता देने की मांग की। इसे लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने हमला बोला है।
शिवसेना के बागी हुए सांसदों पर संजय राउत का बड़ा हमला
बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एक दिवसीय दौरे पर सोमवार देर रात दिल्ली पहुंचे। इसके बाद से ही ये तय माना जा रहा था कि एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी के साथ दिल्ली पहुंचे हैं। शिवसेना सांसदों की बगावत को लेकर संजय राउत ने ट्वीट किया, "पीठ से निकले..खंजरों को गिना जब, ठीक उतने ही थे.. जितनो को गले लगाया था..! जय महाराष्ट्र!"