Maharashtra Politics: शिवसेना के शिंदे गुट को बीकेसी के MMRDA ग्राउंड पर दशहरा रैली करने की मिली इजाजत मिल गई है। इससे पहले उद्धव गुट से सांसद अरविंद सावंत ने "भारतीय कामगार सेना" के नाम से BMC को खत लिखकर बीकेसी के MMRDA ग्राउंड पर दशहरा रैली करने को लेकर पत्र लिखा था लेकिन MMDRA ने उन्हें इजाजत नहीं दी। वहीं BMC ने अब तक शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के लिए किसे इजाजत देनी है, इस पर अभी निर्णय नहीं लिया है। शिवसेना के दोनों गुट ने रैली करने के लिए BMC से इजाजत मांगी है।
ग्राउंड के लिए इजाजत को लेकर प्रवक्ता ने ये कहा
शिंदे गुट के प्रवक्ता किरन पावास्कर ने बताया कि दशहरा रैली शिवाजी पार्क में ही हो इसकी हम पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस रैली में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ेगी जो पूरे महाराष्ट्र से मुंबई आएंगे। इन्हीं लोगों के गाड़ियों के लिए हमने पार्किंग के लिए बड़ी जगह बीकेसी MMRDA ग्राउंड पर मांगी थी जो हमें मिल गई है। दशहरा रैली के लिए किसी कारणवश हमें शिवाजी पार्क पर इजाजत नहीं मिली तो हम MMRDA ग्राउंड पर भी आयोजित कर सकते हैं, लेकिन हमने शिवाजी पार्क के लिए ही तैयारी की है।
उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा
कल तक उद्धव ठाकरे जो अपने शिवसैनिकों को पूरी ताकत लगाने और शिवाजी पार्क पर भीड़ इकट्ठा करने का दम भर रहे थे। अगर इतना ही दम इससे पहले सभी बगावती शिवसैनिकों को साथ रखने में लगाते तो यह आज नौबत नहीं आती। उस समय तो हमारी सुनने के लिए भी कोई नहीं था। उद्धव ठाकरे सिर्फ बालासाहेब के बेटे है इसलिए शिवाजी पार्क पर रैली का उनका अधिकार बनता है, ऐसा नहीं है। सीएम शिंदे ही बालासाहेब के विचारों को सही मायनों में आगे ले जा रहे है इसलिए अधिकार सिर्फ शिंदे साहब का ही है। लोग भी यही मानने लगे इसलिए जब हम या हमारे नेता राज्य में अपने इलाकों में जाते है तो लोगो की भारी भीड़ आती है देखने और सुनने के लिए।
हमें ताकत दिखाने की जरूरत नहीं है, जनता हमारे साथ हैं
आदित्य ठाकरे की जो कोंकण में चल रही संवाद यात्रा है उसमें मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र से लोग या नेता बुलाए जा रहे हैं। उनके पास कोंकण का कोई नेता बचा ही नहीं है। हमें ताकत दिखाने की जरूरत नहीं है। जिसके साथ शिवसेना के 40 MLA , 12 MP और 12 दूसरे राज्यों की यूनिट आ गए हो तो असली शिवसेना कौन है और उसकी ताकत किसके साथ है कि इससे साफ पता चलता है। हमने जो MMRDA से इजाजत मांगी थी वो बड़ा मैदान है जो MMRDA के बीकेसी ग्राउंड के कई विकल्पों में से था। अरविंद सावंत ने जो जगह मांगी है उसका ग्राउंड ही छोटा है क्योंकि उन्हें भी पता है कि ज्यादा लोग आएंगे नहीं इसलिए भीड़ लाने की जिम्मेदारी दी गई है। हमें जो ग्राउंड मिला है उसके लिए हमने 5900 का DD भरा है जिसके बाद हमे इजाजत मिली है।