Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के इस महाभारत में हर पल घटनाक्रम बदल रहा है। उद्धव ठाकरे को सरकार जाने का डर तो लगा ही है लेकिन इसके साथ उन्हें पार्टी भी दरकती दिखाई दे रही है। बगावत के साथ ही शिवसेना को संगठन टूटने का डर सता रहा है। बताया जा रहा है कि बागी विधायक पूरे राज्य में शिवसेना के संगठन को तोड़ने की कोशिश कर सकतें है। इसलिए उद्धव ठाकरे ने पैनिक बटन दबा दिया है।
खबर है कि शिवसेना के सभी 48 जिला प्रमुखों और हर तहसील प्रमुख को मुंबई आने का आदेश दिया गया है। कल यानी शुक्रवार को शिवसेना भवन में बड़ी बैठक होगी। दोपहर साढ़े 12 बजे ये बैठक होनी है। इस अहम बैठक में सभी जिला प्रमुखों और तहसील प्रमुखों को उद्धव ठाकरे संबोधित करेंगे। ठाकरे इस संबोधन में संगठन को मजबूत करने का निर्देश देंगे। बताया जा रहा है कि शिवसेना कोर ग्रुप के नेता किसी भी हाल में संगठन नहीं टूटने देने की रणनीति बना रहे हैं।
सरकार बचाने के लिए शिवसेना का दांव
बता दें कि शिवसेना के ग्रुप लीडर अजय चौधरी ने विधानसभा उपाध्यक्ष को पत्र लिख और पिटीशन ऑफ डिसक्वालिफिकेशन की याचिका कर शिवसेना के 12 बागी विधायकों पर करवाई की मांग की है। चौधरी ने शिवसेना की बैठकों में उपस्थित न रहने को लेकर कार्रवाई की मांग की है। उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की है। शिवसेना ने बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। इस चिट्ठी में शिवसेना ने 12 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है, ताकि फ्लोर टेस्ट में वो वोट ना डाल पाएं।
एकनाथ शिंदे ने भरी हुंकार, बड़ी ताकत का साथ
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने अपने साथ 49 विधायकों की तस्वीर जारी कर की है। शिदे ने हुंकार भरते हुए विधायकों से साफ-साफ कह दिया है कि उन्हें किसी से भी डरने की जरूरत नहीं है, उनके पीछे एक बड़ी ताकत है। गुवाहाटी के होटल से एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें सभी विधायक शिंदे को अपना नेता मान रहे हैं। दूसरी तरफ संजय राउत ने कहा है कि वे एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने के लिए तैयार हैं, बशर्ते शिंदे मुंबई आकर उद्धव ठाकरे से बात करें। लेकिन इस सबके बीच शिंदे का पलड़ा भारी लग रहा है। शिवसेना के बागी विधायक अब उद्धव ठाकरे नहीं बल्कि बाला साहब के साथ शिंदे साहब के नारे लगा रहे हैं।