Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में सत्ता का संकट फिलहाल थमता नहीं दिखाई दे रहा है। हर बीतते दिन के साथ ठाकरे और शिंदे गुट में दांव-पेंच और भी तेज होते जा रहे हैं, साथ ही नेताओं के एक दूसरे पर जुबानी तीर भी पैने होते दिख रहे हैं। आज मुंबई में शिवसेना की बैठक में उद्धव ठाकरे एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हिम्मत है तो खुद के बाप के नाम पर वोट मांगे, बालासाहेब के नाम पर नहीं।
"शिंदे पहले नाथ थे अब दास हो गए"
शिवसेना भवन पर शनिवार को हुई अहम बैठक में उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पहले नाथ थे, अभी दास यानी गुलाम बन गए। उद्वव ठाकरे ने कहा कि बागियों को पहले उनका फैसला लेने दो। उन्होंने कहा कि शिवसेना आग है, पैर रखोगे तो जल जाओगे। शिवसेना अंगार है, आप खाख हो जाओगे। उद्वव ने मीटिंग में कहा कि बीजेपी गद्दारों के साथ शिवसेना को खत्म करना चाहती है। अब ऐसे गद्दारों को शिवसेना में जगह नहीं। मुंबई में हुई इस बैठक में एकनाथ शिंदे को शिवसेना नेता पद से हटाने की मांग उठी। उद्वव ने कहा कि शिवसेना को खत्म करने की बीजेपी की साजिश और रणनीति है। उन्होंने कहा, "मैं उन (BJP) लोगो के साथ नहीं जाऊंगा जिन्होंने मातोश्री, मेरे परिवार पर सवाल उठाए, हमारे बारे में गलत बातें बोली।"
शिवसेना की बैठक में पास हुए ये 3 अहम प्रस्ताव-
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुल पांच प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से तीन प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए हैं।
- शिवसेना में सभी तरह के निर्णय लेने के सभी अधिकार पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे के पास रहेंगे।
- बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना के नाम का इस्तेमाल कोई अन्य नहीं कर सकता है।
- पार्टी से गद्दारी करने वालों पर कार्रवाई करने का अधिकार भी उद्धव ठाकरे के पास होगा।
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पास हुए इन प्रस्तावों की जानकारी चुनाव आयोग को भी दी जाएगी।