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Hindi News महाराष्ट्र Maharashtra Political Crisis: शिंदे गुट से वापस नागपुर लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख, कहा- मुझे वापस नहीं आने दिया जा रहा था

Maharashtra Political Crisis: शिंदे गुट से वापस नागपुर लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख, कहा- मुझे वापस नहीं आने दिया जा रहा था

Maharashtra Political Crisis: शिंदे खेमे से वापस लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख का कहना है कि उन्हें जबरदस्ती ले जाया गया था।

Nitin Deshmukh And CM Uddhav Thackeray - India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Nitin Deshmukh And CM Uddhav Thackeray 

Highlights

  • 'मैं सूरत से वापस आना चाह रहा था'
  • 'मैं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हूं'
  • '100-150 पुलिसकर्मी मेरे पीछे पड़े थे'

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने सूरत से गुवाहाटी पहुंचने के बाद 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। इसके अलावा उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही 10 और विधायक उनके खेमे में आ जाएंगे। इस बीच, उनके खेमे से शिवसेना के एक विधायक नागपुर लौट आए हैं। नितिन देशमुख की कल सूरत में तबियत बिगड़ गई थी, जिसके बाद वे वापस अपने घर पहुंचे हैं।  

शिंटे खेमे से वापस लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख का कहना है कि उन्हें जबरदस्ती ले जाया गया था। उन्होंने कहा, "मैं बालासाहेब ठाकरे का शिवसैनिक हूं। मैं सूरत से वापस आना चाह रहा था। 100-150 की तादाद में पुलिसकर्मी मेरे पीछे पड़े थे। मुझे हॉस्पिटल लेकर गए थे। मुझे वापस नहीं आने दिया जा रहा था। मैं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हूं।" 

'जब तक विधायक मुंबई में नहीं आते, तब तक कोई निर्णय नहीं होगा' 

महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक संकट को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, "जब इस प्रकार की स्थिति किसी राज्य में बनती है, तो ये इतिहास है कि विधानसभा भंग की जाती है। महाराष्ट्र की स्थिति कुछ ऐसी ही बनी हुई है। मुझे विश्वास है कि शिवसेना के जो विधायक गुवाहाटी में बैठे हैं वो सोचेंगे और परिवार में वापस दाखिल होंगे। उन्होंने कहा, "जो भी करना है उसका फैसला महाविकास अघाड़ी एक साथ लेगी, लेकिन जब तक विधायक मुंबई में नहीं आते हैं तब तक कोई निर्णय नहीं होगा।" 

शाम 5 बजे की बैठक में सभी विधायकों को मौजूद रहने का निर्देश

वहीं, शिवसेना की ओर से सभी विधायकों को एक चिट्ठी भेजी गई है, जिसमें यह कहा गया है कि आज बुधवार शाम 5 बजे की बैठक में सभी विधायकों को मौजूद रहना है। इस संदर्भ में आपको ईमेल, व्हैट्सअप और टेक्स्ट मैसेज से बताया गया है। इस बैठक में आप लिखित तौर पर और बहुत जरूरी वजह बताए बिना अनुपस्थित नहीं रह सकते हैं। अगर आप इस बैठक में नहीं आते हैं, तो यह माना जाएगा कि आप अपनी स्वेच्छा से पार्टी छोड़ना चाहते हैं और आपकी सदस्यता रद्द करने के संदर्भ में नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस चिट्ठी के आखरी पैराग्राफ में लिखा है कि अगर आप इस बैठक में नहीं आते हैं, तो यह माना जाएगा कि आप पार्टी तोड़ना चाहते हैं और आपकी सदस्यता रद्द की जा सकती है।