Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में हलचल जारी है। उद्धव के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाल चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बगावत का नाम 'ऑपरेशन लोटस' दिया गया था। इसकी शुरुआत सोमवार को तब हुई जब विधानपरिषद चुनाव के लिए शिवसेना (Shiv Sena) के बागी विधायकों ने अपना वोट डाल दिया। इसके बाद सभी विधायक ठाणे स्थित एकनाथ शिंदे के घर के पास जुटे और वहां से पहले दादरा नगर हवेली और गुजरात बॉर्डर में वापी के पास खानवेल होटल पहुंचे।
अभिनव डेलकर की भूमिका अहम
इसके बाद सभी विधायकों को खानवेल होटल से सूरत लाया गया। यह पूरा ऑपरेशन एकनाथ शिंदे की अगुवाई में हो रहा था। इसमें दादरा नगर हवेली के शिवसेना सांसद कालाबेन मोहन डेलकर और उनके बेटे अभिनव डेलकर का भी रोल काफी अहम है।
खानवेल होटल से बस के जरिए विधायकों को सूरत भेजा
बताया जा रहा है कि अभिनव डेलकर ने ही एकनाथ शिंदे के साथ उनके कुछ विधायकों को खानवेल होटल में रुकने का प्लान बनाया और फिर बाद में बस से सूरत भेजा। इसमें पालघर के सेना विधायक श्रीनिवास वनगा भी शामिल थे। आपको बता दें कि अभिनव डेलकर को दमन में शिवसेना प्रमुख बनाया गया है।
बागी विधायकों ने गुवाहाटी में डाला डेरा
आपको बता दें कि देर रात उद्धव ठाकरे के मनाने पर भी अपने रुख पर अड़े एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाल चुके हैं। सूरत से गुवाहाटी पहुंचने पर उन्होंने दावा किया कि उनके साथ 40 विधायक हैं। इस बीच उद्धव ठाकरे ने आज कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में उद्धव कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। इस बीच कांग्रेस ने भी विधायकों की बैठक बुलाई है। शिवसेना में फूट के बाद कांग्रेस को भी बगावत का डर सता रहा है।