Maharashtra News: शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के बीच खींचतान कम होने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में दशहरा रैली के दौरान उद्धव और शिंदे ने एकदूसरे पर जमकर हमला बोला था। इसी बीच शिंदे गुट अपने आपको असली शिवसेना बताकर शिवसेना का चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ पर दावा करता है। वहीं ठाकरे गुट खुद को असली शिवसेना मानता है। दोनों का ही ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिह्न पर दावा है। महाराष्ट्र में शिवसेना के सिंबल को लेकर इस जंग के बीच आज शिंदे गुट चुनाव आयोग में इस चुनाव चिह्न पर अपना दावा पेश करेगा।
अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में ठाकरे गुट ने उतारा प्रत्याशी
एकनाथ शिंदे गुट अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव से पहले शिवसेना के ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिह्न पर दावा किया है। इसके लिए वह शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। इस कदम को उद्धव ठाकरे गुट को 'धनुष और तीर' के चुनाव चिन्ह से अलग रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। कारण, ठाकरे गुट ने 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए विधायक रमेश लटके की विधवा रुतुजा लटके को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
उपचुनाव में कांग्रेस और एनसीपी उद्धव गुट को देंगे समर्थन
लोकसभा में शिवसेना के शिंदे गुट के नेता राहुल शेवाले ने कहा, 'हम पार्टी के चुनाव चिह्न के संबंध में शुक्रवार को चुनाव आयोग के साथ बैठक करने जा रहे हैं।' शिंदे गुट की सहयोगी भाजपा ने रमेश लटके के निधन के कारण हो रहे उपचुनाव के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम में पार्षद मुरजी पटेल को मैदान में उतारने का फैसला किया है। कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना के ठाकरे गुट के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है।
ठाकरे के खिलाफ 40 से अधिक विधायकों ने फूंका था बगावत का बिगुल
बता दें कि एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करने के लिए ठाकरे के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था। इस कारण शिवसेना के 40 से अधिक विधायकों ने शिंदे को अपना समर्थन दे दिया था। इस कारण उद्धव ठाकरे को सीएम पद से हटना पड़ा था और तब बीजेपी के साथ मिलकर एकनाथ शिंदे ने सरकार बनाई थी। यही नहीं, शिवसेना के 18 सांसदों में से 12 सांसद भी शिंदे के समर्थन में आ गए, जिन्होंने बाद में खुद को मूल शिवसेना का नेता होने का दावा किया।
दशहरा रैली में दोनों गुटों ने एकदूसरे पर जमकर लगाए थे आरोप
शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद दशहरे पर आयोजित दोनों गुटों की रैली में शिंदे और उद्धव ने एकदूसरे पर जमकर आरोप लगाए थे। महाराष्ट्र के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के दौरान मंच से शिवसेना नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना छोड़कर बीजेपी के साथ जाने वाले एकनाथ शिंदे को जहां कटप्पा कहा तो वहीं, बीजेपी में शामिल होने वाले महाराष्ट्र के दिग्गज नेता नारायण राणे को मुर्गी चोर तक कह दिया था। वहीं जवाब में एकनाथ शिंदे ने कहा कि कटप्पा भी स्वाभिमानी था, लेकिन आप तो दोगले निकले, बीजेपी की बजाय कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई, उस कांग्रेस के साथ, जिनसे कभी बाला साहेब ने गठजोड़ नहीं रखा।