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Hindi News महाराष्ट्र Maharashtra News : शिवसेना विधायक का बड़ा आरोप, 'उद्धव ठाकरे से एकनाथ शिंदे की जान को खतरा'

Maharashtra News : शिवसेना विधायक का बड़ा आरोप, 'उद्धव ठाकरे से एकनाथ शिंदे की जान को खतरा'

Maharashtra News : एकनाथ शिन्दे गुट के नासिक से शिवसेना विधायक सुहास कांदे ने उद्धव ठाकरे पर एकनाथ शिन्दे की जान को खतरा पैदा करने का गंभीर आरोप लगाया है।

Uddhav Thackeray and Eknath Shinde - India TV Hindi Image Source : FILE Uddhav Thackeray and Eknath Shinde

Highlights

  • शिंदे गुट के विधायक ने उद्धव ठाकरे पर लगाया बड़ा आरोप
  • कहा-उद्धव ठाकरे से शिंदे की जान को खतरा

Maharashtra News : शिवसेना (Shiv Sena) में फूट पड़ने के बाद से उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौरा लगातार जारी है। लेकिन इस बार एकनाथ शिन्दे गुट के नासिक से शिवसेना के विधायक सुहास कांदे ने उद्धव ठाकरे पर एकनाथ शिन्दे की जान को खतरा पैदा करने का गंभीर आरोप लगा दिया है। 

नासिक से शिंदे गुट के विधायक का बड़ा आरोप

अब तक एकनाथशिन्दे गुट के विधायक ये आरोप लगाते रहे कि मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव ठाकरे ने शिवसेना विधायको को नहीं बल्कि एनसीपी कांग्रेस के विधायकों को फायदा पहुंचाने का काम किया। साथ ही यह आरोप लगाया जाता रहा कि उद्धव ठाकरे कभी शिवसेना के विधायकों को मिलते नही थे। एक तरह की राजशाही चालू थी और जनता त्रस्त थी। लेकिन इस बार शिवसेना के बागी विधायक सुहास कांदे ने उद्धव ठाकरे पर एकनाथ शिन्दे की जान को खतरा पैदा करने का गंभीर आरोप लगा दिया है। कांदे ने यह आरोप ऐसे समय में लगाया है जबकि उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे नासिक के दौरे पर हैं। 

उद्धव ठाकरे ने शिंदे को जेड प्लस सुरक्षा से वंचित रखा था

विधायक सुहास कांदे ने आरोप लगाया है कि एकनाथ शिंदे को तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश के चलते सुरक्षा से वंचित रखा गया था। विधायक सुहास कांदे ने दावा किया कि महाराष्ट्र गृह विभाग ने शिंदे को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया था। लेकिन उद्धव ठाकरे ने तत्कालीन गृह मंत्री शंभूराज देसाई को सुबह करीब साढ़े आठ बजे फोन किया और उन्हें जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था को खारिज करने का निर्देश दिया.

याकूब मेनन की फांसी का विरोध करने वालों को मिली सुरक्षा

कांदे ने कहा-'एक मराठी व्यक्ति को नक्सलियों ने जान से मारने की धमकी दी थी, फिर भी उसे सुरक्षा से वंचित कर दिया गया था।' हालांकि, उन्होंने यह भी सवाल किया कि हिंदुत्व के खिलाफ लोगों को सुरक्षा व्यवस्था क्यों दी गई। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या याकूब मेनन की फांसी का विरोध करने वाले पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले असलम शेख को और नवाब मलिक को अतिरिक्त सुरक्षा नहीं दी गई ? साथ ही उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या देशद्रोहियों का समर्थन करनेवाले ऐसे नेताओं के साथ सत्ता में बैठना उद्धव ठाकरे जी का निर्णय सही था, इसका जवाब उद्धव ठाकरे दें। इस बीच बागी विधायक सुहास कांडे नासिक दौरे पर आए आदित्य ठाकरे से मिलकर उन्हें ज्ञापन भी देने वाले हैं। इस ज्ञापन में अपने निर्वाचन क्षेत्र में कार्यों की सूची और 'मैंने क्या गलत किया' सामग्री के तहत हिंदुत्व के मुद्दे से शिवसेना कैसे दूर हो गई है, इसका उल्लेख भी सुहास कांदे करने वाले हैं।