Maharashtra News: आगामी चुनाव के पहले नाराज ब्राह्मणों को मनाने की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में शरद पवार ने महाराष्ट्र के कई ब्राह्मण संगठनों को चर्चा का न्योता दिया है। शनिवार को पुणे में शाम 5 बजे ब्राह्मण संगठनों के साथ शरद पवार चर्चा करेंगे। दरअसल शरद पवार पर आरोप लग रहे हैं कि पवार और उनकी पार्टी NCP ब्राह्मण विरोधी है और महाराष्ट्र में बहुजन और ब्राह्मणों में दूरियां पैदा कर रही है। राज ठाकरे सहित कई नेता शरद पवार पर जातिवादी और ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगा चुके हैं। पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर भी लगातार कैंपेन चल रहा है कि एनसीपी ब्राह्मण विरोधी है। एनसीपी विधायक अमोल मिटकरी के ब्राह्मणों को लेकर दिए एक बयान से भी ब्राह्मण समाज में बहुत नाराजगी है।
पवार के लिए ब्राह्मण संगठनों से चर्चा क्यों जरूरी है?
इसी हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि महाराष्ट्र में मॉनसून के बाद स्थानीय निकाय चुनाव हो। चार महीने बाद महाराष्ट्र में 20 महानगरपालिका, 25 जिला परिषद, 210 नगर पंचायत और करीब 2100 ग्राम पंचायत के चुनाव होंगे। इन स्थानीय निकाय चुनाव को मिनी असेंबली चुनाव के तौर पर देखा जाता है। महाराष्ट्र में ब्राह्मणों की आबादी 10 फिसदी से ज्यादा है। शरद पवार को लग रहा है कि, एनसीपी की ब्राह्मण विरोधी छवि की वजह से पार्टी को सियासी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसीलिए पवार ने ब्राह्मण समाज की गलतफहमी को दूर करने के लिए चर्चा का न्योता दिया है।
कई ब्राह्मण संगठनों ने पवार के न्योते को स्वीकार किया है तो कुछ ब्राह्मण संगठनों ने पवार के न्योते को ठुकरा दिया है। एनसीपी के पुणे जिला अध्यक्ष प्रदीप गारटकर ने इंडिया टीवी से कहा कि, कल होने वाली बैठक में ब्राह्मण समाज के करीब 40-50 लोग आएंगे। अगर समाज के किसी वर्ग में कोई गलतफहमी हो तो उसे दूर करना बतौर राजनीतिक दल हमारा कर्तव्य है। विपक्षी दल हमारे खिलाफ कैंपेन चला रहे हैं और पार्टी की छवि को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। शनिवार को होने वाली बैठक में ब्राह्मणों के मन की बात सुनेंगे और ब्राह्मण समाज के मन में अगर किसी बात को लेकर नाराजगी है तो उसका निराकरण करने की कोशिश की जाएगी।