Maharashtra News: शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) पार्टी के नेता संजय राउत को गिरफ्तार कर सकता है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि राउत के खिलाफ जारी एजेंसी की कार्रवाई पार्टी को खत्म करने के षड्यंत्र का हिस्सा है। ठाकरे आज यहां अपने आवास मातोश्री में ठाणे जिले के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जांच कर रही ED
आज ही ED मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में राउत के घर पर छापेमारी कर रही है। शिवसेना प्रमुख ने कटाक्ष करते हुए कहा, ''ED के 'मेहमान' संजय राउत के घर पहुंचे हैं। उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। यह क्या साजिश है? शिवसेना हिंदुओं और मराठी लोगों को ताकत देती है और इसलिए यह पार्टी को खत्म करने का षड्यंत्र है।'' ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने जिन लोगों की राजनीतिक रूप से आगे बढ़ने में मदद की, वे अब पाला बदल रहे हैं। उन्होंने कहा, ''अर्जुन खोतकर (बागी खेमे में शामिल हुए पूर्व मंत्री) ने कम से कम यह तो स्वीकार किया कि वह दबाव में विद्रोह कर रहे हैं। (शिवसेना के दिवंगत नेता) आनंद दिघे को जब दो साल की कैद हुई थी, तो उन्होंने शिव सैनिकों को दिखाया था कि वफादारी क्या होती है।''
"कोल्हापुरी चप्पल दिखानी होगी"
ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुंबई के बारे में अपनी टिप्पणी के जरिए मराठियों और महाराष्ट्र का अपमान किया। शिवसेना प्रमुख ने कहा, ''उन्हें कोल्हापुरी चप्पल दिखानी होगी।'' कोश्यारी ने शुक्रवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘मैं यहां के लोगों को बताना चाहता हूं कि अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को महाराष्ट्र, खासतौर पर मुंबई व ठाणे से हटा दिया जाए, तो आपके पास पैसे नहीं रहेंगे और न ही मुंबई वित्तीय राजधानी बनी रह पाएगी।’’
पात्रा चॉल घोटाले को लेकर ED ने की छापेमारी
पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl Scam) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। ईडी ने करीब 9 घंटों की पूछताछ के बाद संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में आज सुबह ही ईडी की टीम शिवसेना सांसद के मुंबई स्थित आवास पर पहुंची थी। ईडी ने राउत के खिलाफ कई समन जारी किए थे, उन्हें 27 जुलाई को भी तलब किया गया था। राउत को मुंबई के एक चॉल के पुनर्विकास और उनकी पत्नी एवं अन्य सहयोगियों की संलिप्तता वाले लेन-देन में कथित अनियमितताओं से जुड़ेमनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था। राउत इस मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 1 जुलाई को मुंबई में एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे। इसके बाद एजेंसी ने उन्हें दो बार तलब किया था, लेकिन मौजूद संसद सत्र में व्यस्त रहने का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए थे।