Maharashtra News: महाराष्ट्र पुलिस ने ठाणे में एक देहव्यापार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। अपराधियों के चंगुल से पुलिस ने तीन लड़कियों को भी छुड़ाया है। इनमें एक 22 साल की लड़की है जो अपने पिता के इलाज का खर्च उठाने के लिए मजबूरी में यह काम कर रहा रही थी। सही मायनों में कहा जाय तो आरोपियों ने उसके मजबूरी का फायदा उठा कर उसे इस काम के लिए विवश किया था। हाराष्ट्र के ठाणे शहर में पुलिस ने देह व्यापार के एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन महिलाओं को मुक्त कराया है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेश पाटिल ने रविवार को बताया कि मुक्त कराई गईं दो लड़कियों में से एक 22 साल की लड़की है और वह पश्चिम बंगाल की रहने वाली है।
पिता को है टीबी
उन्होंने कहा कि इस महिला ने पुलिस को बताया कि उसे टीबी से पीड़ित अपने पिता के इलाज का खर्च उठाने के वास्ते देह व्यापार के लिए विवश किया गया था। पुलिस ने एक खुफिया सूचना के आधार पर शुक्रवार शाम को वागले स्टेट क्षेत्र में एक रेस्तरां के पास अपने एक व्यक्ति को ग्राहक बनाकर भेजा। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने देह व्यापार का गिरोह चला रही एक महिला को गिरफ्तार कर लिया और तीन लड़कियों को बचा लिया गया है। इनमें से दो की उम्र 20 साल और एक की उम्र 22 साल है। उन्होंने बताया कि आरोपी और पीड़िता यहां डोम्बिवली शहर में बार डांसर के तौर पर काम करती थीं, लेकिन कम पैसे मिलने की वजह से उन्होंने देह व्यापार करना शुरू कर दिया। अधिकारी ने कहा कि बचाई गईं तीनों लड़कियों को एक आश्रय गृह भेजा गया है।
दिल्ली में भी बचाई गईं लड़कियां
दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे देह व्यापार के एक गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने अपराधियों के चंगुल से कुल 10 लड़कियों को छुड़ाया, जिनमें कुछ विदेशी लड़कियां भी शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि दिल्ली के मालवीय नगर में चल रहे सेक्स रैकेट का जब उन्हें पता चला तो उनकी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने वहां जा कर छापा मारा, जिसमें अपराधियों के चंगुल से कुल 10 लड़कियां छुड़ाई गई हैं।