Maharashtra News: ठाणे-मुंबई-नासिक हाईवे पर गड्ढों के कारण बाइक पर पीछे बैठे एक युवक की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। घटना मुंबई-नासिक हाईवे पर रंजनोली पुल के पास हुई। इधर, पीछे बैठा युवक दोपहिया वाहन से गिरकर सड़क पर गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने कोनगांव थाने में अज्ञात डंपर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गड्ढे के कारण गिरे बाइक सवार
मृतक का नाम बृजेशकुमार जायसवार उर्फ मुनि काका है और वह उल्हासनगर का रहने वाला था। मृतक बृजेश कुमार और उसका 22 वर्षीय दोस्त जनकराम शर्मा दोनों शनिवार दोपहर भिवंडी के मनकोली इलाके के पारसनाथ परिसर में दोपहिया वाहन से काम के सिलसिले में आए थे। फिर काम पूरा कर उल्हासनगर घर लौटते समय वे रंजनोली नाका से होते हुए लौट रहे थे। हालांकि ट्रैफिक काफी धीमा रहा तो बाइक चालक रामजनक बाइक को मेन रोड से थोड़ा नीचे चला रहा था। इसी दौरान जब उनका दोपहिया वाहन हाईवे पर गड्ढे से अनियंत्रित हुआ तो दोनों सड़क पर गिर पड़े, तभी मुंबई से नासिक की ओर जा रहे डंपर के पीछे बैठे बृजेश कुमार को टक्कर लग गई। डंपर के पहिए के नीचे दबकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
चालक मौके से फरार
हादसा होते ही चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना कोंगों थाने में दी गई है और पुलिस ने फरार डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी है। सहायक पुलिस निरीक्षक पाटिल घटना की आगे की जांच कर रहे हैं। उधर, गड्ढों के कारण नागरिकों की जान जा रही है, ऐसे में संबंधित विभाग गड्ढों की मरम्मत पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कल्याण में लोग खुद चंदा इकट्ठा कर भर रहे गड्ढे
गड्ढों की समस्या हर साल गंभीर होती जा रही है, ऐसे में ठाणे के कल्याण में लोग गड्ढों से इतने परेशान थे की उन्होंने खुद ही लोगों से चंदा इकट्ठा कर गड्ढों को भरने का काम करने जा रहे हैं। दरअसल, उल्हासनगर व कल्याण को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग 6 साल से गड्ढे से प्रभावित था, यहां तक की इस सड़क की इतनी बुरी हालत है की इमरजेंसी के दौरान एम्बेलेंस भी आने से इंकार कर देता है। ऐसे में कल्याण और उल्हासनगर शहर को जोड़ने वाली सड़क के गड्ढों को भरने से प्रशासन कतरा रहा था, तो लोगो ने खुद ही डोनेशन बॉक्स लेकर घूमना शुरू किया और गड्ढों को भरने के लिए चंदा मांगने लगे, और चंदा इकट्ठा करने के लिए बकायदा गड्ढे के पास पोस्टर भी लगाया गया है।
लोग मांग रहे डोनेशन
यहां के स्थानीय निवासियों ने गाड़ी चालकों और क्षेत्र के नागरिकों से चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, इसके लिए स्थानीय लोगों ने स्थानीय सड़कों पर बैनर लगाकर 300 से 500 रुपये की सदस्यता लेने के लिए ले रहे है। इसके माध्यम से इकट्ठा की गई राशि नगर निगम को दी जाएगी और नागरिक आशा व्यक्त कर रहे हैं कि सड़क बेहतर हो जाएगी। गावदेवी मंदिर से मोरया नगर तक की मुख्य सड़क पिछले 6 वर्षों से दयनीय स्थिति में है। मानसून के दौरान सड़क के बड़े-बड़े गड्ढों में पानी जमा हो जाता है, जिससे मोटर चालकों और स्थानीय निवासियों को परेशानी होती है।
पिछले साल, MMRDA ने एक फंड स्वीकृत की थी इस सड़क के लिए 17 करोड़ रुपये, लेकिन राजनीतिकरण कारण यह फंड बंद हो गया सड़क का काम शुरू नहीं हो पाया। इस बीच बरसात के मौसम में यह सड़क और भी खराब हो जाती है। इसके अलावा नगर निगम प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने के कारण नागरिकों को चंदा लेने का इकट्ठा करना आखिरी उपाय रहा। लेकिन क्या प्रशासन इस सड़क की मरम्मत करेगा? यह देखना होगा।