Maharashtra News: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुवाई वाली सरकार में जगह नहीं मिलने पर बीजेपी नेता पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) का दर्द छलक पड़ा है। उन्होंने कहा कि शायद उनके अंदर पर्याप्त योग्यता नहीं है। पंकजा मुंडे को महाराष्ट्र कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में विस्तार के तहत पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े के नौ मंत्रियों और उनके भाजपा सहयोगियों के नौ नेताओं ने शपथ ग्रहण की थी।
सम्मान को बनाए रखते हुए राजनीति करती हूं-पंकजा
एकनाथ शिंदे के इस कैबिनेट विस्तार में किसी महिला को स्थान नहीं दिए जाने के कारण शिंदे की आलोचना हो रही है। इस बारे में पूछे जाने पर पंकजा ने संवाददाताओं से कहा, ‘ शामिल किए जाने के लिए मुझमें शायद पर्याप्त योग्यता नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘उनके अनुसार जो योग्य होगा, उसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। इस पर मेरा कोई रुख नहीं है। मैं अपने सम्मान को बनाए रखते हुए राजनीति करने की कोशिश करती हूं।’
41 दिन बाद हुआ मंत्रिमंडल विस्तार
महाराष्ट्र में 41 दिन बाद हुए मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल सहित 18 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। मंत्रिमंडल में कोई महिला शामिल नहीं है, जिसकी महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और राजनीतिक नेताओं ने आलोचना की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि महिलाओं को शामिल न किया जाना ‘भाजपा की मानसिकता’ को दर्शाता है।
यह बीजेपी की मानसिकता को दर्शाता है-सुले
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र देश का पहला राज्य था, जिसने महिलाओं को आरक्षण दिया। जब भारत की 50 फीसदी आबादी महिलाओं की है, तब उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है। यह भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है।’ शपथ लेने वाले 18 कैबिनेट मंत्रियों में शिवसेना के बागी गुट और भाजपा के नौ-नौ मंत्री शामिल हैं। सुले ने चंद्रकांत पाटिल का नाम लिए बगैर कहा कि कई बार भाजपा नेताओं ने यह विचार जाहिर किया है कि महिलाओं को रसोई तक सीमित रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘कई बार उस पार्टी के लोग यह विचार व्यक्त करते हैं कि महिलाओं को रसोई तक ही सीमित रखना चाहिए।'