Maharashtra News: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर अपने फैसले को सही बताते हुए कहा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना गंठबंधन को बहुमत दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें ढाई साल पहले ही यह कदम उठाना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने विधायकों को लेकर जल्द ही अयोध्या जाएंगे।
एकनाथ शिंदे ने कहा, “विधानसभा चुनाव में लोगों ने पोस्टर देखे, जिसमें एक तरफ बालासाहेब ठाकरे की और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर थी। बीजेपी को 106 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। उम्मीद थी कि दोनों दल सरकार बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे पार्टी कार्यकर्ता खुश नहीं थे।''
विधायकों में था असंतोष
एमवीए सरकार के गठन के दिनों को याद करते हुए शिंदे ने कहा कि भले ही विधायक गठबंधन से नाराज थे लेकिन उन्होंने पार्टी की खातिर उन्हें शांत रखा। शिंदे ने कहा, "इससे कुछ भी अच्छा नहीं निकला। हमारे सीएम होने के बावजूद पार्टी के लिए कोई सम्मान नहीं था। विधायकों को निर्वाचन क्षेत्र के लिए धन नहीं मिला और हर तरफ असंतोष था। मैंने उद्धव ठाकरे से बात की और विधायकों को जो महसूस हुआ उससे अवगत कराया। उन्हें कहा कि यह अच्छा होगा अगर हम उस पार्टी में लौट आएं जिसके साथ हम अपनी विचारधारा साझा करते हैं। लेकिन हम अपने प्रयास में सफल नहीं हुए।”
बालासाहेब ठाकरे की शिक्षाओं को आगे बढ़ाया
यह कहते हुए कि उनका समूह कभी भी कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन नहीं करेगा, एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने खुद कहा था कि अगर उन्हें कभी कांग्रेस के साथ गठबंधन करना पड़ा तो वह दुकान बंद कर देंगे। शिंदे ने कहा, "हमने क्या गलत किया है? हमने केवल बालासाहेब ठाकरे की शिक्षाओं को आगे बढ़ाया। मैं शुरुआती दिनों में तनाव में था क्योंकि काम खत्म नहीं हुआ था। मेरे गांव के लोग टीवी से चिपके हुए थे और मुझे पता था कि मेरे साथ 50 विधायकों की जिम्मेदारी है।”
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की
महाराष्ट्र सीएम ने अपने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की भी तारीफ की और कहा कि वह हमेशा उनकी कड़ी मेहनत से प्रभावित हुए हैं। शिंदे ने कहा, ''कई लोगों ने मुझे महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) की जिम्मेदारी नहीं लेने की चेतावनी दी क्योंकि इसमें बहुत बड़ी कमी थी, लेकिन फडणवीस इसे बदलना चाहते थे। उन्होंने मुझे कई तरह के प्रोजेक्ट दिए। मुंबई नागपुर समृद्धि महामार्ग एक ऐसी परियोजना थी जहां हमने रिकॉर्ड समय में भूमि अधिग्रहण किया था।''
विधायकों के साथ अयोध्या जाएंगे शिंदे
शिंदे ने कहा कि वह अपने विधायकों को अयोध्या लेकर जाएंगे क्योंकि यह उनके लिए भावना का मामला है और इस यात्रा का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। शिंदे ने कहा, "हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और राज्य में किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन किसी को भी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
शिंदे ने कहा कि राष्ट्र ने देखा कि कैसे एक आम कार्यकर्ता शीर्ष पद तक पहुंच सकता है। उन्होंने पूछा, “कुछ लोग इस बात को पचा क्यों नहीं पाते कि एक आम आदमी भी अपनी मेहनत से ऊपर उठ सकता है? क्या केवल वही लोग उच्च पदों की आकांक्षा कर सकते हैं जिनके मुंह में पैदा होते ही चांदी का चम्मच होता?”