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Hindi News महाराष्ट्र Maharashtra News : मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जा रहा दही हांडी उत्सव, शिंदे और फडणवीस भी होंगे शामिल

Maharashtra News : मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जा रहा दही हांडी उत्सव, शिंदे और फडणवीस भी होंगे शामिल

Maharashtra News : घाटकोपर के श्रेयस सिग्नल के पास भाजपा विधायक राम कदम की दही हांडी भी मुम्बई में काफी प्रसिद्ध है।इस दही हांडी उत्सव में मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ कई नेता और सेलिब्रिटी हिस्सा लेंगे।

Dahi Handi festival, Mumbai- India TV Hindi Image Source : PTI Dahi Handi festival, Mumbai

Highlights

  • एकनाथ शिन्दे और देवेंद्र फडणवीस भी दही हांडी उत्सव में होंगे शामिल
  • महाराष्ट्र में सैकड़ों की संख्या में दही हांडी मटकी फोड़ी जाएगी

Maharashtra News : मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र के सबसे बड़े एकदिवसीय उत्सव दही हांडी (Dahi Handi) की शुरुआत आज हो गई है। आज पूरे महाराष्ट्र में सैकड़ों की संख्या में दही हांडी मटकी फोड़ी जाएगी। घाटकोपर के श्रेयस सिग्नल के पास भाजपा विधायक राम कदम की दही हांडी भी मुम्बई में काफी प्रसिद्ध है।इस दही हांडी उत्सव में मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ कई नेता और सेलिब्रिटी हिस्सा लेंगे।

देर रात तक चलेगा आयोजन

आज दिन से शुरू हुआ यह आयोजन देर रात तक चलेगा और 200 रजिस्टर्ड गोविंदा पथक इसमें हिस्सा लेंगे। एक गोविंदा पथक में अनुमानित 50 और ज्यादा से ज्यादा 100 गोविंदा हिस्सा लेते हैं और एक के ऊपर एक ह्यूमन पिरामिड बनाकर मटकी फोड़ने का प्रयास करते हैं। इस मटकी में माखन के साथ हजारों लाखों की इनामी राशि भी होती है जो नकद में मिलती है।

10 ह्यूमन पिरामिड पर 11 लाख की इनामी राशि

3 ह्यूमन पिरामिड से नकद राशि देने का कार्य शुरू होता है जो जैसे-जैसे पिरामिड ऊपर बढ़ता जाता है उसी हिसाब से इनामी राशि बढ़ती जाती है।10 ह्यूमन पिरामिड पर 11 लाख की इनामी राशि है। घाटकोपर के श्रेयस सिग्नल के पास की दहीहंडी में 100 से ज्यादा बालगोपाल कृष्णा राधा बनकर पहुंचे। यहां मंच के सामने क्रेन लगाकर मटकी सजाई गई है। मटकी को 40 से 50 फ़ीट की ऊंचाई पर बांधा गया है।

नाशिक ढोल और ताशे संस्कृति का अहम हिस्सा

महाराष्ट्र में नाशिक ढोल यहां की संस्कृति और सभ्यता का अहम हिस्सा है। दही हांडी की शुरुआत परंम्परागत नाशिक ढोल और ताशे को बजाकर की जाती है। इसे बजाने की एक विशेष कला होती है जिसे कई महीनों के निरंतर अभ्यास के बाद सीखा जाता है।एक नाशिक ढोल ताशे पथक में 50 के करीब महाराष्ट्रीयन वेषभूषा पहने युवक-युवतियां होते है जो एक सुर लय और ताल में ढोल और ताशे को बजाते हैं। बीच में केसरिया रंग का झंडा ध्वज हाथ में लिए उसे लगातार हवा में लहराया जाता है।नासिक ढोल को दही हांडी फोड़ने के पहले करीब 1 घंटे लगातार बजाया जाता है।