महाराष्ट्र में आज नए CM का ऐलान! फडणवीस के नाम पर ही लगी मुहर या सरप्राइज चेहरे की होगी एंट्री? जानिए
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी जीत मिलने के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी नई सरकार का गठन नहीं हुआ है। इस बीच बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बड़ा दावा किया है।
महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री को लेकर चल रहा सस्पेंस अब खत्म होने वाला है। आज होने वाली महायुति की बैठक में साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा। बीजेपी में भी सरकार बनाने को लेकर हलचल तेज है। पार्टी आज महाराष्ट्र के लिए केंद्रीय ऑब्जर्वर के नाम का ऐलान कर सकती है। 3 दिसंबर को ऑब्जर्वर मुंबई आकर बैठक करेंगे। इस बीच बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने रविवार रात को बताया कि नए मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है। सीनियर बीजेपी नेता ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि पार्टी विधायक दल की बैठक दो या तीन दिसंबर को होगी।
5 दिसंबर को आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी जीत मिलने के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी नई सरकार का गठन नहीं हुआ है। चुनाव में भाजपा 132 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा ने घोषणा की है कि नई महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर की शाम दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसमें शामिल होंगे। भाजपा सतर्कता के साथ कदम बढ़ रही है, क्योंकि उसके सहयोगी दलों, खासकर शिवसेना की आकांक्षाएं चुनाव में मिली भारी जीत के बाद काफी बढ़ गई हैं।
महायुति की एकता पर नेताओं की अलग-अलग राय
महायुति की एकता पर शिंदे के जोर देने के बावजूद, सहयोगी दलों के कुछ नेताओं ने अलग-अलग राय रखी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने कहा कि अगर अविभाजित शिवसेना और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा होता तो वे अधिक सीटें जीततीं। वहीं, शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने दावा किया कि यदि अजित पवार की राकांपा गठबंधन का हिस्सा नहीं होती तो एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी ने चुनावों में 90-100 सीटें जीती होतीं। इस पर अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
एकनाथ शिंदे को लेकर ये अटकलें
महायुति के एक सीनियर नेता ने कहा कि गठबंधन के घटक दल मिलकर तय करेंगे कि पांच दिसंबर को सिर्फ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ही शपथ लेंगे या मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। शिंदे शुक्रवार को सतारा जिले में अपने पैतृक गांव चले गए थे। गांव में उन्हें तेज बुखार हो गया। ऐसी अटकलें थीं कि शिंदे नई सरकार के गठन से खुश नहीं हैं। मुंबई रवाना होने से पहले रविवार को अपने गांव में पत्रकारों से बातचीत में शिंदे ने कहा, ‘‘मैं पहले ही कह चुका हूं कि भाजपा नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री पद पर लिया गया निर्णय मुझे और शिवसेना को स्वीकार्य होगा तथा उसे मेरा पूरा समर्थन होगा।’’
श्रीकांत शिंदे बनेंगे डिप्टी CM?
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके बेटे और लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे को नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा और क्या शिवसेना ने गृह मंत्रालय के लिए दावा पेश किया है, शिंदे ने कहा, ‘‘बातचीत चल रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह दिल्ली में (केंद्रीय मंत्री) अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। अब हम तीनों गठबंधन सहयोगी सरकार गठन की बारीकियों पर चर्चा करेंगे।’’ अपने स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना नेता ने कहा कि वह अब ठीक हैं और आराम करने के लिए अपने पैतृक गांव आए थे। शिंदे ने दोहराया कि महायुति सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं है।
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