नागपुर: महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल की तरफ से जान का खतरा बताए जाने के एक दिन बाद मंत्री उदय सामंत का कहना है कि सदन के सदस्यों और सदन के बाहर के लोगों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। हमारा गृह विभाग छगन भुजबल से बात करने के बाद आवश्यक कार्रवाई करेगा क्योंकि यह सरकार सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे मराठा आरक्षण पर जल्द ही विधानसभा में सरकार की तरफ से जवाब देंगे।
छगन भुजबल ने विधानसभा में किया था दावा
दरअसल, मंत्री छगन भुजबल ने बुधवार को विधानसभा में एक सनसनीखेज दावा किया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि उनकी गोली मारकर हत्या की जा सकती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि मराठा आरक्षण के लिए जारी आंदोलन के बीच उन्हें पिछले दो महीनों से अपशब्द कहे जा रहे हैं और धमकियां मिल रही हैं। नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के लिए ओबीसी श्रेणी के तहत मराठाओं को शामिल करने का मुखर विरोध कर रहे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने विधानसभा में आरक्षण मुद्दे पर अपने संबोधन के दौरान यह दावा किया।
भुजबल ने कहा वे आरक्षण विरोधी नहीं
प्रमुख ओबीसी नेता भुजबल ने कहा कि उन्हें मराठा विरोधी के रूप में चित्रित करने और ऐसी छवि बनाने का प्रयास किया जा रहा है कि वह प्रभावशाली समुदाय के लिए आरक्षण के विरोधी हैं, जो गलत है। बता दें कि महाराष्ट्र में लंबे समय से मराठा आरक्षण की मांग की जा रही है। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। सरकार ने आरक्षण को लेकर सभी को शांति बरकरार रखने की अपील की है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि वह इस संबंध में उचित कदम उठाएगी।
(भाषा इनपुट के साथ)