महाराष्ट्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता नितेश राणे ने लाडकी बहिन (लाडली बहन) योजना में बदलाव की मांग की है। नितेश राणे ने बयान दिया है कि लाडली बहन योजना का सबसे ज्यादा फायदा मुसलमान ले रहे हैं, लेकिन वह पीएम मोदी को वोट नहीं देते हैं। नितेश राणे ने कहा है कि मुसलमानों को महायुति सरकार नहीं चाहिए, लेकिन हर एक सरकारी योजना का लाभ चाहिए।
वहीं, नितेश राणे के इस बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आपत्ति दर्ज की है। नाना पटोले ने कहा, इस तरीके का वक्तव्य करने की हिम्मत कैसे की जाती है। महाराष्ट्र में ऐसे लोगों पर एक्शन होना चाहिए। उन्होंने कहा, हमारी सरकार और हमारा संविधान इस बात की मान्यता नहीं देता। इस तरीके से वक्तव्य करना यानी सत्ता की मस्ती इन्हें अभी से आ गई है।
यहां पढ़ें, नितेश राणे का पूरा बयान
बीजेपी नेता नितेश राणे का कहना है कि लाडली बहन योजना को नियमों में कुछ संशोधन जरूरी है। उनका कहना है कि महायुति की योजनाओं का लाभ लेने वालों में मुस्लिम समुदाय के लोग अधिक हैं। इसलिए उन्होंने मांग की है कि जिनके दो से ज्यादा बच्चे हैं उन्हें इस योजना का लाभ नहीं देना चाहिए।
जिनके 2 से ज्यादा बच्चे उन्हें नहीं मिले लाभ
राणे ने कहा कि लाडली बहन योजना का लाभ लेने वालों में मुसलमानों की संख्या ज्यादा है। उन्होंने कहा, हमारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग है कि जिनके 2 से ज्यादा बच्चे हैं.. केवल आदिवासी समुदाय को छोड़कर बाकियों को इस योजना से बाहर किया जाए ताकि जो लोग महायुती और हमारी सरकार को समर्थन देते हैं उन्हें भी इस योजना का लाभ मिल सके।
राणे ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक हैं और उन्हें पीटा जा रहा है। पाकिस्तान में भी हिन्दू अल्पसंख्यक है, उन्हें वहां विकल्प दिया जाता है कि या तो तू इस्लाम स्वीकार कर ले या तुम्हें मार देंगे। और हमारे देश में कितना लाड किया जाता है। इनके लिए योजना और स्कीम निकाली जाती है। सब सरकारी लाभ यही लोग लेते हैं।
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