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Hindi News महाराष्ट्र जेलों के चप्पे-चप्पे की अब ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी, ऐसा करने वाला दूसरा राज्य बना महाराष्ट्र

जेलों के चप्पे-चप्पे की अब ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी, ऐसा करने वाला दूसरा राज्य बना महाराष्ट्र

ड्रोन कैमरों का उपयोग कर जेल सर्विलांस करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। जेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन का उपयोग करने वाला महाराष्ट्र देश का दूसरा राज्य बन गया है।

drone - India TV Hindi Image Source : INDIA TV ड्रोन कैमरा जेल में होने वाली घटनाओं और कैदियों के बारे में अपडेट प्राप्त करने में मदद करेगा।

मुंबई: महाराष्ट्र की जेलों पर अब ड्रोन कैमरे नजर रखने जा रहे हैं। इससे जेल के अंदर कैदियों की सुरक्षा और आवाजाही पर पैनी नजर रखने में मदद मिलेगी। इसके पहले चरण में 12 जेलों पर ड्रोन से पेट्रोलिंग की जाएगी। महाराष्ट्र के कारागार विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं महानिरीक्षक कारागार एवं सुधार सेवाएं अमिताभ गुप्ता के मुताबिक जेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन निगरानी को प्राथमिकता दी गई है। अमिताभ गुप्ता के मुताबिक प्रदेश की जेलों सहित बंदियों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसकी के तहत अब ड्रोन के जरिए भी आवाजाही को कैद करने को प्राथमिकता दी जा रही है। शुरुआत में 8 सेंट्रल 2 जिला जेल और 2 ओपन जेल में प्रायोगिक आधार पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी।

Image Source : india tv12 ड्रोन महाराष्ट्र की विभिन्न जेलों की गतिविधियों को रिकॉर्ड करेंगे।

ड्रोन से जेल सर्विलांस करने वाला दूसरा राज्य है महाराष्ट्र
बता दें कि ड्रोन कैमरों का उपयोग कर जेल सर्विलांस करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। यूपी में कारागार मुख्यालय ने लखनऊ, आजमगढ़, चित्रकूट, बरेली व गौतमबुद्धनगर की जेलों की निगरानी ड्रोन कैमरे से शुरू की थी। सभी जेलों में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया, जहां लैपटाप के जरिए सभी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाती है। वहीं, जेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन का उपयोग करने वाला महाराष्ट्र देश का दूसरा राज्य बन गया है।

Image Source : india tvजेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन निगरानी को प्राथमिकता दी गई है।

ड्रोन से कैदियों पर रखी जाएगी नजर
महाराष्ट्र जेल प्रशासन के मुताबिक 12 ड्रोन विभिन्न जेलों की गतिविधियों को रिकॉर्ड करेंगे। संबंधित ड्रोन से रात में भी रिकॉर्डिंग की जाएगी। विशेष रूप से, यह जेल में होने वाली घटनाओं और कैदियों के बारे में अपडेट प्राप्त करने में मदद करेगा। यरवदा सेंट्रल जेल, कोल्हापुर, नासिक, संभाजीनगर, तलोजा, ठाणे, अमरावती, नागपुर, कल्याण और चंद्रपुर में पायलट आधार पर ड्रोन निरीक्षण शुरू किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के बाद महाराष्ट्र सरकार ने भी ड्रोन सर्विलांस को तत्काल रूप से लागू किया है।