मुंबई: भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और दावा किया कि राज्य में अघोषित आपातकाल है तथा उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा पत्रकारों को आतंकित किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस के साथ विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर, वरिष्ठ नेता आशीष शेलार और विनोद तावड़े के साथ पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख मंगत प्रभात लोढ़ा भी थे।
फडणवीस ने दावा किया कि लॉकडाउन के दौरान 14 अप्रैल को बांद्रा में प्रवासी लोगों के एकत्र होने के मामले में एबीपी माजा के पत्रकार राहुल कुलकर्णी को गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने राज्य सरकार के एक अधिकारी द्वारा घोटाले के आरोपी डीएचएफएल प्रवर्तकों वधावन बंधुओं को दिए गए पत्र का पर्दाफाश किया था। पत्र में उन्हें मुंबई से सतारा की यात्रा की अनुमति दी गयी थी। फडणवीस ने आरोप लगाया कि चूंकि मामला मुंबई में दर्ज किया गया था, इसलिए गिरफ्तार पत्रकार को कोविड-19 से प्रभावित स्थानों से होकर यात्रा कराया गया।
उन्होंने कहा कि एक नयी रिपोर्ट के लिए टाइम्स नाउ के एक पत्रकार के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने दावा किया कि मीडिया को किसी नकारात्मक रिपोर्ट पर स्पष्टीकरण देने को कहा जा सकता है, लेकिन मामले दर्ज करना और पत्रकारों को गिरफ्तार करना मीडिया को आतंकित करने के समान है।
फडणवीस ने आगे कहा कि पत्रकार अर्नब गोस्वामी से उनके एक कार्यक्रम को लेकर पुलिस ने 12 घंटों तक पूछताछ की। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर राज्य सरकार के खिलाफ बोलने वालों को भी परेशान किया जा रहा है और स्वास्थ्य के खतरे के नाम पर अखबारों के वितरण पर भी अंकुश लगाया जा रहा है। फडणवीस ने राज्यपाल से कहा, "हम आपसे हस्तक्षेप करने और राज्य सरकार से जवाब मांगने का आग्रह करते हैं।’’