उद्धव ठाकरे और उनकी शिवसेना की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। अब सरकार ने ज्वाइंट सीपी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया है जो मुंबई महानगरपालिका में हुए भ्रष्टाचार की जांच करेगी। मुंबई महानगरपालिका में हुए घोटाले की जांच के लिए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आदेश जारी किया है। बता दें कि उद्धव ठाकरे और उनकी शिवसेना पर नवंबर 2019 से अक्टूबर 2022 के बीच कई प्रोजेक्ट्स में 12 हजार 24 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। यह खुलासा कैग की रिपोर्ट में हुआ था।
महानगरपालिका घोटाले की होगी जांच
कैग रिपोर्ट में घोटाले का खुलासा होने के बाद भाजपा विधायक अमित साटम ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को खत लिखकर मामले में जांच की मांग की थी। बता दें कि इस एसआईटी टीम में मुंबई पुलिस कमिश्नर सहित ईओडब्ल्यू के ज्वाइंट कमिश्नर व अन्य अधिकारी भी रहेंगे। बता दें कि बीते कल महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्य मनीषा कायंदे ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया। उन्होंने कल शाम शिवसेना का दाम थाम लिया और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना की सदस्यता ली।
शिवसेना यूबीटी का राज्यव्यापी शिविर
एक तरफ जहां महाराष्ट्र सरकार मुंबई महानगरपालिका मामले में जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन कर ही है। वहीं दूसरी तरफ मनीषा कायंदे ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया। इस बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना राज्यव्यापी पदाधिकारी शिविर का आयोजन करने वाली है। ये आयोजन रविवार को सुबह वर्ली में 10 बजे से शुरू किया जाएगा जो शामल 5 बजे तक चलेगा। इस कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे राज्यभर से आए पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करेंगे। मनीषा कायंदे के पार्टी छोड़ने को लेकर संजय राउत ने कहा है कि कुछ लोग स्वार्थ के लिए पार्टी में शामिल होते हैं और छोड़ देते हैं।