नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार ने तीन करोड़ भगवा राशन कार्ड धारक (गरीबी रेखा से ऊपर के लोग) को मई और जून महीने के लिए 8 रुपये/किलो के दाम पर 3 किलो गेंहू और 12 रुपये/किलो के दाम पर 2 किलो चावल देने का फैसला किया। इससे लगभग 4.5 लाख मीट्रिक टन अनाज का वितरण किया जाएगा।
इस बीच उस्मानाबाद में एक किसान ने अपनी फसल के लिए उचित दाम न मिलने पर अपनी पूरी फसल को ही नष्ट कर दिया। दरअसल, किसान एक व्यापारी की ओर से बाजार की कीमत का महज 60 प्रतिशत देने की पेशकश से नाराज था जिसके बाद उसने एक एकड़ भूमि में उपजी पत्तागोभी की अपनी पूरी फसल नष्ट कर दी।
उमेर्गा तहसील के जगदलवाड़ी गांव के निवासी उमाजी चव्हाण ने कहा कि किसानों से सब्जियां खरीदने वाले व्यापारियों ने जिस कीमत की पेशकश की वह इतनी कम थी कि उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा और उसने पूरी फसल को नष्ट करने का अत्यंत कठिन कदम उठाया।
चव्हाण ने बताया, “मैने ट्रैक्टर और रोटर की मदद से पत्तागोभी का पूरा खेत नष्ट कर दिया।” उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से सब्जियों की मांग, ढुलाई और बिक्री किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। महाराष्ट्र में बंद लागू हुए करीब एक महीना हो गया है क्योंकि यहां यह राष्ट्रव्यापी बंद से पहले से प्रभावी है।