महाराष्ट्र में आगामी चुनाव के पहले शिंदे-फडणवीस सरकार ने हिंदुत्व कार्ड खेला है। महाराष्ट्र सरकार ने ऐलान किया है कि नासिक में गोदावरी नदी के तट पर अब हर रोज महाआरती होगी। बनारस, अयोध्या की तर्ज पर गोदावरी नदी के तट पर हर रोज शाम 7 बजे महाआरती की जाएगी। गोदावरी नदी को दक्षिण की गंगा कहा जाता है।
केंद्र सरकार ने गोदावरी नदी के तट के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रुपये का निधि मंजूर किया है। महाआरती के लिए 11 पुजारियों की नियुक्ति की जाएगी। रामायण काल में भगवान राम वनवास के दौरान नासिक में रुके थे। कुंभ मेले का आयोजन भी नासिक में होता है।
राज्यपाल के विवादित बयान पर बवाल
बता दें कि एक ओर से महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान को लेकर बवाल मचा है, वहीं अब शिंदे-फडणवीस सरकार ने एक नया ऐलान कर विपक्ष को हमलावर होने का एक और मौका दे दिया है। दरअसल, राज्यपाल कोश्यारी ने महाराष्ट्र के आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर कहा कि अब वे पुराने हीरो हो गए हैं। उनकी जगह पर नितिन गडकरी और शरद पवार को महाराष्ट्र का नया हीरो मान लेना चाहिए। राज्यपाल की इस विवादित टिप्पणी पर उद्धव गुट की शिवसेना के नेता लगातार हमलावर हैं।
महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस की सरकार
गौरतलब है कि शिवसेना दो धड़ों में बंट चुकी है। शिवसेना के एक धड़े की कमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथ में तो शिवसेना के दूसरे धड़े की बागडोर उद्धव ठाकरे के पास है। दोनों ही शिवसेना पर अपना-अपना दावा कर रखा है। एनकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली।