महाराष्ट्र: अहमदनगर के सिविल अस्पताल में भीषण आग, 11 कोरोना मरीजों की मौत
जिस समय आग लगी वहां कोरोना के 20 मरीज भर्ती थे और अब तक आग लगने से 10 की मौत हो गई है। आईसीयू में भर्ती मरीजों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है।
मुंबई: महाराष्ट्र के अहमदनगर में शनिवार को एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भीषण आग लगने से 11 कोविड मरीजों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि ICU में पूर्वाह्न करीब 11 बजे आग लगी, जहां कोविड-19 के 17 मरीजों का इलाज चल रहा था। उनमें से कई वरिष्ठ नागरिक थे और कुछ वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर थे। पुणे से अहमदनगर करीब 120 किलोमीटर दूर है। अहमदनगर के जिला पुलिस अधीक्षक मनोज पाटिल ने बताया कि देर शाम भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (ए) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया।
आईसीयू में भर्ती मरीजों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है। वहीं, मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आग लगने का कारण अब तक साफ नहीं हो पाया है। फिलहाल, दमकल विभाग की जांच जारी है। आग पर काबू पा लिया गया। यह घटना सुबह 10:30 बजे के करीब की बताई जा रही है, लगभग 11:30 बजे आग पर काबू पाया गया।अहमदनगर में हुई इस घटना पर गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'महाराष्ट्र के अहमदनगर के सिविल अस्पताल में आग लगने से हुई हृदयविदारक दुर्घटना से अत्यंत व्यथित हूँ। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं व ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक अस्पताल में आग लगने से हुई मौतों से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, ‘मेरी संवदेनाएं इस घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के साथ हैं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राहत कार्य में मदद करने की अपील करता हूं।’
महाराष्ट्र सरकार ने किया आर्थिक मदद का ऐलान
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि अहमदनगर के सरकारी अस्पताल के ICU यूनिट में आग लगने से 10 लोगों की मृत्यु हुई। एक गंभीर रूप से घायल है। हम जांच करेंगे कि अस्पताल का 'फायर ऑडिट' किया गया था कि नहीं। जो दोषी होंगे उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी। मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री आर्थिक मदद देंगे।