महाराष्ट्र चुनाव: MVA में अभी भी फाइनल नहीं हुआ सीटों का बंटवारा, जानें फिलहाल कहां तक पहुंची बात
महाराष्ट्र में दोनों प्रमुख गठबंधनों में अभी भी विधानसभा चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा फाइनल नहीं हुआ है लेकिन महा विकास अघाड़ी में इस मुद्दे पर ज्यादा ही खटपट देखने को मिल रही है।
मुंबई: महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी यानी कि MVA के घटक दलों में अभी भी सीटों का बंटवारा पूरा नहीं हो पाया है। MVA के घटक दल यानी कि कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और NCP-SP अब भी कुछ सीट पर गतिरोध दूर करने और विधानसभा चुनाव के लिए स्वीकार्य फॉर्मूला तय करने की कोशिशों में जुटे हैं। बता दें कि नामांकन पत्र दाखिल करने की समयसीमा 29 अक्टूबर को समाप्त हो रही है। इस बीच सीटों के बंटवारे के अलग-अलग फॉर्मूले के बारे में महाराष्ट्र के कुछ कांग्रेस नेताओं के बयानों ने भ्रम और बढ़ा दिया है।
थोराट ने 90-90-90 सीटों का फॉर्मूला सामने रखा
MVA के घटक दलों ने 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में 85-85 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने सहयोगियों के लिए ‘90-90-90’ सीटों का फॉर्मूला सामने रखा है। थोराट ने शनिवार को शिवसेना (UBT) के नेता उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, थोराट ने कहा कि उन्होंने गिनती नहीं की है। थोराट ने कहा कि कांग्रेस एमवीए के सदस्य के तौर पर चुनाव लड़ रही है।
‘MVA ने अन्य सहयोगी दलों के लिए 18 सीटें छोड़ी हैं’
थोराट ने कहा कि विपक्षी गठबंधन 180 से ज्यादा सीटें जीतेगा और अपना मुख्यमंत्री बनाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि MVA ने अन्य सहयोगी दलों के लिए 18 सीटें छोड़ी हैं। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मुझसे आपसी समझ के आधार पर बातचीत करने को कहा है। मुंबई की कुछ सीटों को लेकर बातचीत जारी है।’ थोराट ने उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने चुनाव प्रचार और घोषणापत्र की योजना पर चर्चा की।
‘MVA को सबका साथ, सबका विकास की जरूरत’
सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने को लेकर MVA में बढ़ती बेचैनी शिवसेना सांसद संजय राउत के बयान में नजर आई। राउत ने कहा कि यदि किसी को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की जरूरत है, तो वह विपक्षी गठबंधन MVA है। राउत ने राज्य में ‘पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी’ (PWP) और समाजवादी पार्टी जैसे छोटे दलों द्वारा कुछ सीट पर एकतरफा तरीके से कैंडिडेट घोषित करने पर नाराजगी भी जताई। सपा की महाराष्ट्र यूनिट के चीफ अबू आजमी ने शुक्रवार को कहा था कि अगर MVA छोटे दलों के साथ किसी सहमति पर नहीं पहुंच पाता है, तो वे 20-25 सीट पर अपने कैंडिडेट उतारेंगे।
‘अबू आजमी को अपने दोनों निर्वाचन क्षेत्र मिल जाएंगे’
बता दें कि सपा ने पहले ही 5 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं तथा उसने और 7 सीटों की मांग की है। राउत ने कहा, ‘हरियाणा में कांग्रेस ने सभी सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन सरकार नहीं बना सकी। इसलिए उन्हें सबको साथ लेकर चलना होगा। अगर किसी को 'सबका साथ, सबका विकास' नारे की जरूरत है, तो वह MVA ही है। अबू आजमी को अपने दोनों निर्वाचन क्षेत्र मिल जाएंगे, लेकिन उन्होंने अपनी सीट की घोषणा कर दी है। PWP ने अपनी सीट की घोषणा कर दी है। यह सही नहीं है। अगर MVA का कोई भी व्यक्ति ऐसा करता है, तो लोग परेशान हो जाते हैं। हम अपनी बातचीत जारी रखेंगे।’
‘जो भी जीत सकता है, उस पार्टी पर विचार होगा’
वहीं, NCP (SP) के जयंत पाटिल ने कहा कि MVA के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का कोई फॉर्मूला तय नहीं हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्याशियों की जीत की संभावना के आधार पर फैसले लिए जा रहे हैं। पाटिल ने कहा, ‘कोई फॉर्मूला तय नहीं किया गया है। जो भी जीत सकता है, उस पार्टी पर विचार किया जाएगा। हमारी कोशिश सबसे अच्छे उम्मीदवार को सामने लाने की है।’ थोराट द्वारा MVA साझेदारों के लिए सुझाए गए '90-90-90' के फॉर्मूले के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, ‘यहां और वहां एक या दो सीट को लेकर विवाद रहेगा।’ शिवसेना (UBT) और कांग्रेस ने 288 सीट में से 100-100 पर चुनाव लड़ने पर जोर दिया है।
7 से 8 सीटों को लेकर बातचीत जारी: बावनकुले
इस बीच बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने भी सीट बंटवारे पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। दरअसल, कुछ खास सीटें ऐसी हैं जिन पर गठबंधन के तीनों घटक दल, बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी दावा कर रहे हैं। ये सीटें वर्सोवा, मीरा भायंदर, अंधेरी पूर्व, वर्ली, मानखुर्द, वसई, आष्टी, निफ़ाड़, कराड उत्तर, फ़लटन और वरुड मोर्शी हैं। महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को कहा कि बीजेपी, शिवसेना और NCP के बीच 7 से 8 सीटों को लेकर बातचीत जारी है। साथ ही, उन्होंने किसी तरह के मतभेद होने की बात को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हम एक परिवार की तरह लड़ रहे हैं।
2019 के चुनावों में बीजेपी ने जीतीं 105 सीटें
बता दें कि BJP ने अब तक 121 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, जबकि अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP और एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने 45-45 उम्मीदवारों की घोषणा की है। वहीं, MVA खेमे में कांग्रेस ने अब तक 87, NCP-SP ने 67 और शिवसेना (UBT) ने 83 उम्मीदवारों की घोषणा की है। इस तरह महायुति ने 211 और MVA ने 237 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में BJP ने सबसे ज्यादा 105 सीटें जीती थीं और उसकी तत्कालीन सहयोगी शिवसेना (अविभाजित) ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की थी। UPA का हिस्सा रही NCP (अविभाजित) ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। (भाषा)