महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 20 नवंबर को मतदान होना है। इसके अलावा 23 नवंबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से एक सीट है दिग्रस विधानसभा सीट, जिसपर सभी निगाहें टिकी हुई हैं। दिग्रस विधानसभा सीट उन चुनिंदा विधानसभा सीटों में से एक है, जिसपर लोगों का ध्यान अटका पड़ा है। इस सीट से वर्तमान में शिवसेना उम्मीदवार संजय राठौड़ विधायक हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में संजय राठौड़ को 1,36,338 वोट मिले थे। इस दौरान एनसीपी के तारिक साहिर लोखंडवाला और निर्दलीय उम्मीदवार देशमुख संजय उत्तमराव को हार का सामना करना पड़ा था।
कौन हैं संजय राठौड़
संजय दुलीचंद राठौड़ महाराष्ट्र के यवतमान जिले से शिवसेना के नेता है। वे दिग्रस-दरव्हा विधानसभा सीट से शिवसेना के विधायक हैं। साल 2014 में उन्होंने दिग्रस विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी। इस दौरान संजय राठौड़ को 1,21,216 वोट मिले थे। जबकि एनसीपी उम्मीदवार वसंतराव विश्वासराव घुईखेड़कर को 41,352 वोट मिले थे। इस दौरान संजय राठौड़ ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 79,864 वोटों के अंतर से हराया था। बता दें कि राठौड़ विदर्भ में शिवसेना के नेता हैं, जो यूबीटी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, लेगिन 2022 में वह एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के खेमें शामिल हो गए थे।
कौन हैं मानिकराव ठाकरे
मानिकराव गोविंदराव ठाकरे महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। इससे पहले वह 1985 से 2004 तक दारव्हा विधानसभा सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य थे। बाद में उन्हें जनवरी 2003-2004 के दौरान उर्जा मंत्रालय का पोर्टफोलियों उन्हें दिया गया और जुलाई 2004 में वह महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा मंत्री पद से हटाए गए 22 मंत्रियों में से एक थे। बता दें कि माणिकराव भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं।
दिग्रस विधानसभा सीट का इतिहास
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के नेता संजय राठौड़ ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 1,21,216 वोट मिले थे। वहीं एनसीपी के उम्मीदवार वसंत विश्वासराव घुईखेड़कर को 41,352 वोट मिले थे। इसके अलावा 2019 विधानसभा चुनाव में संजय राठौड़ को शिवसेना के उम्मीदवार संजय राठौड़ को 1,36,824 वोट मिले थे। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार संजय देशमुख को 73,217 वोट मिले थे।