प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। ईडी ने महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों जलगांव, मुंबई, ठाणे, सिल्लोड और कच्छ में कार्रवाई की है, जिसमें लगभग 315 करोड़ रुपये की 70 संपत्तियों को कुर्क किया गया है। ईडी ने नामचीन राजमल लखीचंद ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरएल गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड, मनराज ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के बैंक धोखाधड़ी मामले में जांच के क्रम संपत्तियां कुर्क की है।
राजमल लखीचंद ज्वैलरी शॉप पर लगा ताला
ठाणे के गांवदेवी मैदान में स्थित राजमल लखीचंद ज्वैलरी शॉप पर ईडी ने ताला लगा दिया है। राजमल लखीचंद ज्वेलर्स के मालिक और पूर्व एनसीपी सांसद ईश्वरलाल जैन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के पीछे राजनीतिक दबाव की बात सामने आ रही है। ईश्वरलाल जैन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पूर्व सांसद और पार्टी कोषाध्यक्ष थे, इसलिए ईडी की इस कार्रवाई को शरद पवार और अजित पवार के बीच राजनीतिक विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। ईश्वरलाल जैन तीनों ज्वैलरी शॉप के प्रवर्तक हैं।
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लोन के लिए फर्जी वित्तीय विवरण प्रस्तुत किए
ED ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत सीबीआई की ओर से दर्ज की गई तीन एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कंपनियां और उसके निदेशक/प्रमोटर आपराधिक साजिश, जालसाजी और धोखाधड़ी में शामिल थे। ईडी की जांच से पता चला कि प्रमोटरों ने लोन लेने के लिए फर्जी वित्तीय विवरण प्रस्तुत किए थे। प्रमोटर कंपनियों के लेखा परीक्षकों की मिलीभगत से रियल एस्टेट संपत्तियों में निवेश के लिए लोन निकालने के लिए आरोपी कंपनियों के अकाउंट पासबुक में फर्जी लेनदेन दर्ज थे।
- रिजवान शेख की रिपोर्ट