महाराष्ट्र में कोविड के संक्रमण ने इस बार सबसे ज्यादा प्रभावित डॉक्टरो को किया है, जिसमें राज्य की बात करें तो 600 से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर्स कोविड संक्रमित हुए हैं। ऐसे में सवास्थ्य विभाग पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। मुंबई के KEM अस्पताल के डॉक्टर जो खुद काम के दौरान कोविड संक्रमित हुए और फिर वापस लौटकर अपने सहयोगियों की कमी में 24 घंटे काम करने के लिए बाध्य हैं।
मुम्बई के KEM अस्पताल के डॉक्टर डॉ सचिन पतवार बताते हैं कि वो 2 दिन पहले ही कोविड निगेटिव हुए हैं, लेकिन उन्हें तुरंत काम पर लौटकर मरीज़ों का इलाज करना पड़ रहा है क्योंकि KEM में लगभग 150 रेजिडेंट डॉक्टर्स हैं और उनमें से करीब 130 रेजिडेंट डॉक्टर्स कोविड संक्रमण का सामना कर रहे हैं। डॉक्टरों के साथ साथ इंटर्न, नर्सिंग टीम, वार्ड डिपार्टमेंट सभी जबरदस्त कोविड संक्रमित हो गए हैं जिससे उनके शारीरिक और मनसिक स्थिति दोनों पर दबाव पड़ा है।
डॉक्टर संचारी बताती हैं कि पहले जब वो 12 घंटे की ड्यूटी के बाद 2 घंटे का ब्रेक ले पाती थीं तब थोड़ी राहत थी लेकिन अब यह मुश्किल है। क्योंकि 2 घंटे के लिए जो डॉक्टर उनकी जगह ड्यूटी करते थे वो भी कोरोना संक्रमित हैं ऐसे में मरीज़ों को छोड़ा नहीं जा सकता है। इतना ही नहीं लगातार सर्जरी को भी टालना पड़ रहा है अगर इमरजेंसी नहीं है तो लगातार बढ़ते मरीज उनकी जांच और फिर ऑपेरशन काफी मानसिक तौर पर थका देता है।
हालांकि सवास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि कोविड संक्रमित डॉक्टरों की बढ़ती संख्या से आम जनता को समस्या नहीं होगी क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट पर निजी संस्थान से बात कर मेडिकल टीम की पूर्ति करने के लिए हम तैयार हैं।