Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच शिवसेना के सीनियर लीडर संजय राउत (Sanjay Raut) को प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने समन भेजा है। उन्हें पूछताछ के लिए कल बुलाया गया है। बताया जाता है कि उन्हें प्रवीण राउत और पात्रा चॉल भूमि घोटाले के मामले में तलब किया गया है। हालांकि इस मामले में पहले भी ईडी अस्थाई तौर पर संपत्ति कुर्क कर चुकी है। वहीं इस बीच संजय राउत का बयान भी आ गया है। उनका कहना है कि वे पेश होने के लिए ईडी से और समय की मांग करेंगे। इस बयान के बाद उन्होंने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
हम बाला साहेब के सैनिक हैं-संजय राउत
ईडी के समन पर संजय राउत ने ट्वीट कर कहा महाराष्ट्र में बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़ी जा रही है और इसे रोकने के लिए ऐसा किया गया है। उन्होंने कहा कि हम बालासाबेह के सैनिक हैं। संजय राउत ने यह ट्वीट मराठी में किया है।
उन्होंने कहा- 'अब समझ में आया मुझे क्यों दिया गया समन... महाराष्ट्र में बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़ी जा रही है। हम बाला साहेब के सैनिक हैं इस लड़ाई को रोकने के लिए किया गया है। मुझे गिरफ्तार करो, मेरा गला काटोगे तब भी मां गुवाहाटी का रास्ता स्वीकर नहीं करूंगा।'
क्या है मामला
आपको बता दें कि जमीन के सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत ईडी शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को पहले ही अस्थायी रूप से कुर्क कर चुकी है। हालांकि राउत ने इसे बदले की कार्रवाई बताया था। ईडी का कहना था कि कुर्क की गई संपत्तियां पालघर और ठाणे के प्लॉट हैं जिनपर गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण एम राउत का कब्जा है।
इसके अलावा मुंबई के दादर में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का एक फ्लैट है और अलीबाग के किहिम बीच पर आठ प्लॉट हैं जो वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर की संयुक्त मिल्कियत है। स्वप्ना पाटकर सुजीत पाटकर की पत्नी हैं। ईडी के मुताबिक, सुजीत पाटकर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं। एजेंसी ने पाया कि अलीबाग में भूमि सौदे में, रजिस्ट्री में अंकित मूल्य के अलावा जमीन बेचनेवालों को कैश पेमेंट किया गया था।
इनपुट-एजेंसी