Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार की रात राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। इस दौरान फडणवीस के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, आशीष शेलार और प्रवीण दरेकर समेत कई बीजेपी नेता मौजूद थे। बीजेपी नेता राज्यपाल को सूबे के सियासी हालात के बारे में जानकारी देने गए थे। बीजेपी ने यह कहते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग की कि बागी विधायकों की सरकार से समर्थन वापसी के बाद वह अल्पमत में आ गई है। गवर्नर ने ऐसे में 30 जून को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है, जिसमें उद्धव सरकार को बहुमत साबित करना होगा।
दिल्ली से आने के बाद सीधे राजभवन पहुंचे फडणवीस
बता दें कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली से आने के तुरंत बाद गवर्नर से मिलने पहुंच गये, जिससे सियासी गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया। दिल्ली में फडणवीस ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान मशहूर वकील महेश जेठमलानी भी उनके साथ थे। फडणवीस और शाह के बीच मुलाकात 1.5 घंटे से भी ज्यादा खिंच गई थी। दिल्ली से आने के बाद फडणवीस बीजेपी के कुछ नेताओं के साथ राजभवन पहुंच गए और राज्यपाल को सूबे के मौजूदा सियासी हालात के बारे में जानकारी देते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग की।
'शिवसेना के 40 विधायक अलग, उद्धव के पास बहुमत नहीं'
राज्यपाल से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना से 40 विधायक अलग हो चुके हैं, ऐसे में सरकार अल्पमत में आ गई है। फडणवीस ने कहा, 'आज गवर्नर को ईमेल के माध्यम से और प्रत्यक्ष रूप से हमने पत्र दिया है। पत्र में हमने कहा है कि शिवसेना के 39 विधायक बाहर हैं, और वे लगातार कह रहे हैं कि हम कांग्रेस, NCP की सरकार में नहीं रह सकते। इसका सीधा मतलब है कि ये 39 विधायक सरकार के साथ नहीं हैं। इसलिए हमने गवर्नर को कहा है कि चूंकि सरकार अल्पमत में दिखाई दे रही है, इसलिए तुरंत सरकार को और मुख्यमंत्री को फ्लोर टेस्ट करने और अपना बहुमत सिद्ध करने का निर्देश दें।'
30 जून को होगी उद्धव सरकार की 'अग्निपरीक्षा'
राज्यपाल ने विधानसभा सचिव को पत्र लिखकर 30 जून को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। पत्र में कहा गया है कि महाराष्ट्र के मौजूदा हालात के मद्देनजर 30 जून को 11 बजे विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए। ऐसे में विधानसभा में उद्धव ठाकरे सरकार को अपना बहुमत साबित करना होगा। बता दें कि बीजेपी के अलावा 8 निर्दलीय विधायकों ने भी गवर्नर कोश्यारी को ईमेल करके फ्लोर टेस्ट की मांग की है। वहीं, शिंदे गुट के 52 विधायक पहले ही फ्लोर टेस्ट की मांग कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, अगर कोई अड़चन नहीं आती है तो बुधवार की शाम 3-4 बजे के बाद बागी विधायक गुवाहाटी से मुंबई के लिए निकल सकते हैं।
क्या कहते हैं महाराष्ट्र विधानसभा के समीकरण
विधानसभा में सरकार और विपक्ष के समीकरणों की बात करें तो 288 सदस्यीय विधानसभा में उद्धव सरकार के साथ जहां 125 विधायक नजर आ रहे हैं, वहीं देवेंद्र फडणवीस के साथ कुल 162 विधायक दिखाई दे रहे हैं। एक विधायक की मौत होने की वजह से अभी सदन में 287 विधायक हैं। MVA गठबंधन के साथ शिवसेना के 16 (बाकी के विधायक बागी हो चुके हैं), NCP के 53, कांग्रेस के 44 और अन्य 12 मतलब कुल 125 विधायक हैं। वहीं, फडणवीस के साथ बीजेपी के 106, शिवसेना के 39 बागी, 07 निर्दलीय और अन्य 10 यानी कि कुल 162 विधायक हैं।