मुंबई: महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 68,631 मामले आए, वहीं सर्वाधिक 503 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। राज्य में इससे पहले कभी एक दिन में कोरोना वायरस के कारण इतनी बड़ी संख्या में मौतें नहीं हुई थीं। एक दिन में मरने वालों का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में अब तक संक्रमितों की संख्या 38,39,338 हो गयी है वहीं मृतकों की संख्या 60,473 पहुंच गयी। महाराष्ट्र में इस समय 6,70,388 संक्रमित उपचार करा रहे हैं। राज्य में अभी तक कुल 31 लाख 06 हजार 828 मरीज कोरोना वायरस को हराकर ठीक हो गए हैं। इनमें से 45654 को रविवार को डिस्चार्ज किया गया। राज्य में रिकवरी रेट 80:92 प्रतिशत है।
मुंबई शहर में संक्रमण के 8,468 नये मामले आये वहीं 53 लोगों की मौत हो गयी। शहर में संक्रमितों की कुल संख्या 5,79,486 हो गयी है, वहीं मृतक संख्या 12,354 पहुंच गयी है।
किसी मरीज की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई: टोपे
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को दावा किया कि राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल में कोविड-19 मरीज की मौत ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अधिकतर कोविड-19 मरीजों की मौत मरीजों की ओर से देर से इलाज कराने की वजह से हुई है।
टोपे ने मीडिया में आई उन खबरों को ‘झूठ’ करार दिया जिसमें कहा गया था कि राज्य के कुछ हिस्से में चिकित्सा ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोविड-19 मरीजों की मौत हुई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे राज्य के अस्पतालों (सरकारी) से रिपोर्ट मिली है। किसी भी मरीज की मौत इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई है।’’
उल्लेखनीय है कि इस हफ्ते के शुरुआत में कोविड-19 से मरे 10 मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया था कि मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई है। इन मरीजों की मौत मुंबई के पड़ोसी जिले पालघर के दो अस्पतालों में हुई थी।