महाराष्ट्र में कोरोना वायरस 11,141 नए केस मिले, 38 मरीजों मौत हुईं
महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण के 11,141 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 22,19,727 हो गए, जबकि इस बीमारी से 38 लोगों की मौत होने से राज्य में मृतकों की संख्या 52,478 हो गई।
मुंबई: महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण के 11,141 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 22,19,727 हो गए, जबकि इस बीमारी से 38 लोगों की मौत होने से राज्य में मृतकों की संख्या 52,478 हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। राज्य में शुक्रवार और शनिवार को संक्रमण के क्रमशः 10,216 और 10,187 मामले सामने आए।
विभाग ने कहा कि महाराष्ट्र में दिन में 6,013 और लोगों को छुट्टी दे दी गई, जिससे राज्य में अब तक ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 20,68,044 हो गई। राज्य में कोविड मरीजों के ठीक होने की दर अब 93.17 प्रतिशत है और मृत्यु दर 2.36 प्रतिशत है।
विभाग ने कहा कि मुंबई शहर में दिन में 1,361 नए मामले आए। मुंबई में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,35,569 तक पहुंच गए, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 11,504 हो गई। विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र में अब तक 14,94,770 लोगों को कोविड-19 टीके लगाए जा चुके हैं।
सूत्रों ने कहा कि राज्य में संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के लिए रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक हुई। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है।
देश में कोरोना खात्मे की ओर बढ़ रहा है: हर्षवर्धन
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि ''भारत में कोविड-19 महामारी खात्मे की ओर बढ़ रही है'' और कोविड-19 टीकाकरण अभियान को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि लोगों को टीके से जुड़े विज्ञान पर भरोसा और यह सुनिश्चित करना चाहिये कि उनके प्रियजनों को समय पर टीके लग जाएं।
हर्षवर्धन ने रविवार को धर्मशिला नारायण अस्पताल के सहयोग से आयोजित दिल्ली चिकित्सा संघ (डीएमए) के 62वें वार्षिक दिल्ली राज्य चिकित्सा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश में अब तक कोविड-19 के दो करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं और टीकाकरण दर बढ़कर प्रतिदिन 15 लाख हो गई है।
उन्होंने कहा, ''दूसरे देशों के मुकाबले हमने कोविड-19 टीकों की तेजी से आपूर्ति की है, जो सुरक्षित हैं और उनकी प्रभावकारिता साबित हो चुकी है। प्रारंभिक परिणामों के आधार पर, भारत में निर्मित इन टीकों को दुनियाभर में लगाए जाने के बाद प्रतिकूल प्रभाव के बेहद कम मामले सामने आए हैं।''
उन्होंने कहा, ''भारत में कोविड-19 महामारी खात्मे की ओर बढ़ रही है। इस चरण में सफलता हासिल करने के लिये हमें तीन कदम उठाने की जरूरत है। कोविड-19 टीकाकरण अभियान को राजनीति से दूर रखें, कोविड-19 टीकों से जुड़े विज्ञान पर भरोसा करें और यह सुनिश्चित करें कि हमारे प्रिय जनों को समय पर टीके लगें।''