Maharashtra: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने विधानसभा में विरोधियों पर जमकर हमला बोला है और अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें भी बताई हैं। इस दौरान वह भावुक भी हो गए। शिंदे ने कहा, 'अब तक हमने देखा कि विरोधी पक्ष के लोग सत्ता पक्ष में आते हैं, जबकि इतिहास में ये पहली बार हुआ कि 9 मंत्री और 50 विधायक सत्ता छोड़कर आ गए।' उन्होंने कहा, 'विधानपरिषद चुनाव के दौरान मेरे साथ जो व्यवहार हुआ वो अपमान मैं सहन नहीं कर पाया। मैंने तुरंत फैसला लिया और शिवसेना के विधायकों को कॉल करना शुरू किया। सब मेरे साथ आने को तैयार हो गए।'
अजित पवार की तरफ इशारा करके बोले एकनाथ- मेरा अपमान और अवहेलना हुई
शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, 'मेरा अपमान और मेरी अवहेलना हो रही थी। दादा ये एक दिन का दुख नहीं था। ये कई महीनों की तकलीफ थी। मुझे सीएम ठाकरे का फोन आया और लोगों का भी फोन आया।'
शिंदे ने कहा, 'मुझे चाहने वालों की तादात इतनी ज्यादा है कि मुझे अगर कोई खत्म करने की कोशिश करेगा तो उसको बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ये चेतावनी मैं दे देता हूं। जैसे मधुमक्खी का छत्ता टूटता है, वैसेही मेरे कार्यकर्ता टूट पड़ेंगे।
उन्होंने (Eknath Shinde) कहा, 'मेरे घर पर पत्थर फेंकने की भाषा बोली जा रही है। मेरे बाप निकाले जा रहे हैं। मुझे भैंसा बोला गया ,महिला विधायकों को वैश्या बोला गया लेकिन मैं कुछ नहीं बोला।'
मेरे 2 बच्चे नदी में डूब गए, तब मैं टूट गया था: शिंदे
शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, 'मैंने घर-परिवार का त्याग किया। जब शिवसेना का काम करके घर जाता था, तब मेरे माता-पिता सो जाते थे। जब मैं घर से निकलता था तब माता पिता काम पर चले जाते थे। मैंने शिवसेना के लिए खुद को झोंक दिया।'
उन्होंने कहा, 'मेरे दो बच्चे मेरे सामने नदी में डूब गए, तब मैं टूट गया था। तब आनंद दिघे साहेब ने मुझे सहारा दिया। दिघे साहेब 5 बार आए, उन्होंने कहा कि एकनाथ तुम्हें दूसरों की आंखों के आंसू पोछने हैं।'
मैंने शिवसेना को आगे बढ़ाने के लिए खूब मेहनत की: शिंदे
शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, 'मैंने 16 लेडीज बार तोड़े, 100 पुलिस केस मुझ पर हुए, हाई कोर्ट में ये मामले हैं। अंडरवर्ल्ड वाले मुझ पर हमला करना चाहते थे लेकिन दिघे साहेब ने कहा कि एकनाथ को कुछ हुआ तो खैर नहीं होगी।'
सत्ता का मोह नहीं था, न होगा: शिंदे
शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, 'मुझे सत्ता का मोह होता तो इतने मंत्री सत्ता के बाहर आते ही नहीं। जो विधायक चुनकर आए थे, उनके अस्त्तित्व का प्रश्न निर्माण शुरू हो गया था। सब कह रहे थे हमारे नेचर का अलायंस बीजेपी है। बीजेपी के साथ गठबंधन करो।' उन्होंने कहा कि हम कल भी शिवसैनिक थे, आज भी शिवसैनिक हैं ,कल भी शिवसैनिक रहेंगे। बालासाहेब ने संभाजीनगर नाम दिया, पर वो हम कर नहीं पाए। हिंदुत्व का विरोध करने वाले लोगों के साथ कैसे सरकार में रह सकते हैं? उन्होंने कहा कि अजित पवार दादा मेरे डिपार्टमेंट में भी काम करते थे। मेरे डिपार्टमेंट में सारे लोग हस्तक्षेप करते थे। अजित पवार सुबह-सुबह दफ्तर आ जाते थे, जो मुझे पसंद है।
अगर नहीं जीता तो गांव जाकर खेती करूंगा: शिंदे
उन्होंने कहा, 'हमें मां कामाख्या का भैंसा बोला गया। कहा गया 40 भैंसे भेजे है मां कामाख्या के मंदिर में, आज किसकी बलि चढ़ी आप बताओ।' शिंदे ने फडणवीस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये सब करवाने वाले हैं। ये कल एनसीपी को भी ला सकते हैं। ये कुछ भी कर सकते हैं। मैं और फडणवीस मिलकर 165 सीट नहीं बल्कि 200 सीट जीतेंगे। ये अजित दादा मैं आपको अपनी जुबान दे रहा हूं। अगर नहीं जीता तो गांव जाकर खेती करूंगा।'