Maharashtra: महाराष्ट्र में आए राजनीतिक तूफ़ान के बाद अब राज्य में शांति है। जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली दौरे पर हैं। दौरे के पहले दिन शुक्रवार को देर रात को दोनों नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने शाह से राज्य में मंत्रिपरिषद के गठन को लेकर चर्चा की।सूत्रों के हवाले से आई खबर के अनुसार अमित शाह और सीएम एकनाथ शिंदे और फडणवीस की यह बैठक तीन घंटे से भी ज्यादा चली। सूत्रों की माने तो शिन्दे ने अमित शाह के समक्ष 10 कैबिनेट और 7 से 8 राज्यमंत्री के पद देने का का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा बचे अन्य पदों को बीजेपी के को दिए जाने का प्रस्ताव रखा है। वहीं ख़बरों के अनुसार बीजेपी शिंदे गुट को 13 से 14 मंत्रिपद ही देने पर राजी है।
वहीं आज शनिवार सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार की देर शाम दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उनका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलने का कार्यक्रम है।
Image Source : twitter/@amitshahEknath shinde and Devendra Fadnavis met Amit Shah
शुक्रवार को राजधानी पहुंचने के बाद दोनों नेता महाराष्ट्र सदन पहुंचे। जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस गृह मंत्री अमित शाह के निवास पर पहुंचे। उसके कुछ समय बाद शिंदे वहां गये। माना जा रहा है कि अमित शाह के साथ चर्चा भाजपा और शिवसेना के शिंदे गुट के साथ सत्ता साझेदारी फॉर्मूले के इर्द-गिर्द केंद्रित रही।
अमित शाह ने शिंदे और फडणवीस के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, ‘मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आप दोनों विश्वासपूर्वक लोगों की सेवा करेंगे और महाराष्ट्र को विकास की नयी ऊंचाइयों तक ले जायेंगे।’
अभी लंबित है 15 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की यह दिल्ली यात्रा ऐसे समय हो रही है जब शिंदे और उनके गुट के 15 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग पर उच्चतम न्यायालय में 11 जुलाई को अहम सुनवाई होने वाली है। ये याचिका उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले शिवसेना धड़े की तरफ से दायर की गई है। इस बारे में पूछे जाने पर एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों से कहा, ‘हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।’ उन्होंने कहा कि शिवसेना में कुल 55 विधायक हैं, जिसमें से उनके गुट को दो-तिहाई विधायकों का समर्थन प्राप्त है। विधानसभा अध्यक्ष ने भी हमें मान्यता दे दी है।’
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से 30 जून को शिंदे को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी। उससे पहले उन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसकी वजह से ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। उसके बाद एकनाथ शिंदे सरकार ने 4 जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया।