Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को लेकर अपनी रणनीति बदलते दिख रहे हैं। शिंदे ने हाल में शिवसेना के बागी नेताओं की आलोचना करने के लिए आदित्य ठाकरे पर निशाना साधा है। महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की पूर्ववर्ती सरकार के खिलाफ बगावत करने वालों को 'धोखेबाज' और 'पीठ में छुरा घोंपने' वाला कहने वाले आदित्य और उनके पिता उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिंदे तीखी टिप्पणी करने से हमेशा बचते नज़र आए हैं। हालांकि, सोमवार रात एक मराठी समाचार चैनल से बात करते हुए, शिंदे ने आदित्य पर निशाना साधा।
आदित्य ठाकरे को अपनी उम्र के हिसाब से बोलना चाहिए: शिंदे
शिंदे से जब बागी विधायकों को आदित्य ठाकरे द्वारा धोखेबाज कहे जाने के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, ''उन्हें अपनी उम्र मालूम होनी चाहिए और उन्हें उसी के अनुसार बोलना चाहिए। आज हम जो कुछ भी हैं, वह स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे और उनके विचारों की वजह से हैं। लेकिन वह (आदित्य) और अन्य लोग सत्ता के लिए बालासाहेब के विचारों से दूर हो गए है, जिसने हमें (विद्रोह करने का) यह कड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया।''
50 बक्से का मतलब क्या होता है: आदित्य ठाकरे
बीते महीने इंडिया टीवी से खास बातचीत में आदित्य ठाकरे ने शिंदे ग्रुप पर जमकर निशाना साधा था। आदित्य ने कहा, ''हमने इन लोगों के लिए क्या-क्या नहीं किया। इनमें से तो 2-3 नेता हैं जिनको हमने ऐसे पद दिए जो कभी किसी सीएम ने दिया नहीं था। फिर भी हमारे पीठ में खंजर घोपा गया। ये तो रावण है.. ये रामराज्य नहीं है।'' उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को ‘‘बेशर्मी और विश्वासघात से हटाया गया है। हर गली का बच्चा बच्चा यह भी जानता है कि 50 बक्से का मतलब क्या होता है।''