महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? सियासी गलियारों में इस सवाल की चर्चा खूब हो रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने रविवार को कहा कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के नेता और भाजपा का नेतृत्व यह तय करेंगे कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने कांग्रेस को खारिज कर दिया है। कांग्रेस प्रदेश इकाई के प्रमुख नाना पटोले मात्र 200 मतों के अंतर से चुनाव जीते हैं। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में महायुति गठबंधन ने 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी है।
महायुति में शामिल हैं ये तीन पार्टियां
चुनाव परिणाम शनिवार को घोषित किए गए। महायुति गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी शामिल हैं। विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) सिर्फ 46 सीट ही जीत सका। एमवीए में कांग्रेस, NCP (SP) और शिवसेना (UBT) शामिल हैं।
बीजेपी को मिलीं 132 सीटें
बीजेपी को 132 सीट मिलीं, शिवसेना को 57, जबकि एनसीपी को 41 सीट मिलीं हैं। एमवीए में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) के उम्मीदवारों ने 10 सीट जीतीं, कांग्रेस ने 16 सीट जीतीं, जबकि शिवसेना (UBT) ने 20 सीट पर जीत दर्ज की।
बीजेपी को सभी वर्गों ने दिया वोट
बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समाज के सभी वर्गों ने बीजेपी का समर्थन किया। राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘इस संबंध में निर्णय महायुति के नेताओं और भाजपा संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया गठबंधन की शासन योजना के अनुरूप होगी।
जनता ने कांग्रेस को किया खारिज
बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने कांग्रेस को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि पटोले को अपने कुछ सहयोगियों की बात पर ध्यान देना चाहिए जो प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के पद से उनका इस्तीफा मांग रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता पद के लिए किसी भी पार्टी को पर्याप्त सीट नहीं मिलने के लिए कांग्रेस के ‘झूठ’ को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
विधानसभा में नहीं मिलेगा विपक्ष के नेता का पद
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की भारी जीत के बाद राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद किसी को नहीं मिल सकेगा, क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन के बाहर कोई भी दल इसके लिए अनिवार्य 29 सीट हासिल नहीं कर सका है। बावनकुले ने कहा, ‘इस विधानसभा चुनाव में जनता का जनादेश कांग्रेस के खिलाफ है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का नेता न होना कांग्रेस के कर्म का फल है।’
भाषा के इनपुट के साथ