Maharashtra: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर बीजेपी नेता व विधायक प्रसाद लाड़ ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'बालासाहेब भोले थे लेकिन ये भोले नहीं है। इन्होंने देवेंद्र फडणवीस के पीठ में खंजर भोंका। अब शिवसेना में पहले वाला हिंदुत्व भी नहीं रहा है। वो कड़वा हिंदुत्व था और अब शिवसेना का हिंदुत्व बिका हुआ है।
उन्होंने कहा, 'जिस कांग्रेस पार्टी के बारे में बालासाहेब ने कहा था कि अगर कांग्रेस के साथ जाने की नौबत आई तो वो पार्टी बंद कर देंगे, आज मुख्यमंत्री पदक लिए उद्धव उनकी गोद में बैठे हैं। जिस शरद पवार ने बालासाहेब के बारे में सबसे ज्यादा अपमानजनक बातें कहीं, उसी शरद पवार और कांग्रेस के साथ उद्धव चले गए। इसलिए तो हम कहते हैं कि पहले वाला हिंदुत्व नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'ये लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन हिंदुत्व के लिए क्या करेंगे। मस्जिद के लाउडस्पीकर क्या उतारेंगे। ये दो शिवसैनिक के नाम बताएं जिन्होंने बाबरी गिराई। शरद पवार के साथ मिलकर उन्होंने जो षडयंत्र रचा, उससे उनके खून में जो हिंदुत्व था वो भी खत्म हो गया।'
उन्होंने कहा, 'रमजान के दिन, ईद के दिन हम सड़क पर नमाज पढ़ने देंगे तो क्या ये हिंदुत्व है या फिर आप कहो कि सत्ता के लिए आपने हिंदुत्व को बैग में भरकर रख दिया है। बीजेपी को वो जितना हिंदुत्व सिखाएंगे, उतना वो बदनाम होंगे।
राणा और मनसे मुद्दे पर बीजेपी नेता ने कहा कि राजनीति में हर किसी की भूमिका होती है। एक रात में कोई भूमिका नहीं होती।
मनसे ने भी साधा उद्धव सरकार पर निशाना, गांधारी से की तुलना
MNS उपाध्यक्ष यशवंत किल्लेदार ने भी सीएम ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व किसी पार्टी की मोनोपोली नहीं है। उद्धव की समस्या ये है कि उनका अपना भी अपना तो है लेकिन दूसरे का भी अपना है।
उन्होंने कहा कि शिवसेना के अलावा कोई पार्टी हिंदुत्व की बात नहीं करेगी, ऐसा कोई कानून बना है क्या। आजकल दरअसल वो हताश और निराश हैं।
उद्धव के स्टैंड बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बालासाहेब का क्या स्टैंड था। उन्होंने कहा था कि पार्टी बंद कर देंगे लेकिन कांग्रेस के साथ नही जाएंगे। लेकिन सब जानते हैं कि उद्धव ने क्या किया।
उन्होंने कहा कि शिवसेना जब लॉन्च हुई, तब क्या स्टैंड था। वो भी बाहरी और मराठी का मुद्दा उठाए थे। तो क्या अब मराठी का मुद्दा शिवसेना ने छोड़ दिया है? उद्धव का क्या स्टैंड है?
उन्होंने कहा कि हम तो आज भी मराठी हैं और साथ में हिंदुत्व के मुद्दे पर हैं, लेकिन उद्धव कहां है? उद्धव ने हरी पट्टी लगाई है आंखो पर और गांधारी बन गए हैं। यशवंत किल्लेदार ने ये भी कहा कि ईद के बाद क्या होगा, ये राज ठाकरे ही बताएंगे।