Muktainagar Election 2024 Result: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम आ चुके हैं। राज्य की सबसे हॉट सीटों में से एक मुक्ताईनगर विधानसभा सीट पर शिवसेना (शिंद गुट) के उम्मीदवार की जीत हुई है। यहां, शिवसेना शिंदे गुट, एनसीपी (शरद पवार) और राज ठाकरे की मनसे के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था, लेकिन मनसे उम्मीदवार को 1000 वोट भी नहीं मिले। 2009 से यहां बीजेपी का दबदबा कायम है। 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली, लेकिन 2024 में फिर बीजेपी समर्थित शिवसेना उम्मीदवार को विधायक चुना गया है।
इस बार मुक्ताईनगर विधानसभा सीट पर तीन पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर थी। इस सीट पर महा विकास अघाड़ी से एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की रोहिनी एकनाथ खड़से को टिकट दिया था। उन्हें 88414 वोट मिले। वहीं, महायुति से शिवसेना (शिंदे गुट) के चंद्रकांत निंबा को उम्मीदवार बनाया गया। उन्हें 112318 वोट मिले और उन्होंने 23904 वोट से जीत दर्ज की। राज ठाकरे की मनसे ने अनिल गंगतीरे को टिकट दिया था। उन्हें सिर्फ 972 वोट मिले। वंचित बहुजम अघाड़ी के संजय पंडित को 5471 वोट मिले और वह तीसरे स्थान पर रहे। इस सीट पर कुल 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे।
2019 के नतीजे
मुक्ताईनगर विधानसभा सीट में 2019 के संसदीय चुनाव के अनुसार मुक्ताईनगर विधानसभा के कुल मतदाता 296089 थे। इस सीट पर भाजपा ने लगातार दो बार जीत हासिल की थी, लेकिन 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार चंद्रकांत निंबा ने जीत हासिल की थी। उन्होंने भाजपा की रोहिणी एकनाथराव खडसे को हराया था। इस बार रोहिनी एकनाथ खड़से को बीजेपी के विरोधी गुट एनसीपी (शरदचंद्र पवार) से टिकट मिला है। वहीं, चंद्रकांत बीजेपी के सहयोगी गुट शिवसेना के उम्मीदवार हैं। ऐसे में यहां की लड़ाई बेहद रोचक है।
2019 में इस सीट पर चंद्रकांत निंबा पाटिल को 91,092 वोट मिले थे। वहीं, बीजेपी की रोहिणी एकनाथराव खड़से को 89,135 वोट मिले थे। हार-जीत का अंतर 2000 वोट से भी कम था। अब दोनों नेता पाला बदलकर चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में मनसे उम्मीदवार को फायदा मिल सकता है।
मुक्ताईनगर विधानसभा सीट का इतिहास
मुक्ताईनगर विधानसभा सीट पर कभी भी किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है। यहां के मतदाता समय के साथ अपना पसंदीदा दल बदलते रहे हैं। 1978 में यहां जेएनपी के उम्मीदवार को जीत मिली थी और 1980-85 में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। 1990 में एमयूएल के प्रत्याशी को जीत मिली। 1995 और 1999 में समाजवादी पार्टी ने यहां जीत हासिल की। 2004 में एनसीपी ने मुक्ताईनगर में बाजी मारी तो 2009 और 2014 में बीजेपी का विधायक चुना गया। 2019 में पहली बार यहां कोई निर्दलीय उम्मीदवार जीता।