पुणेः महाराष्ट्र में नामांकन के बाद अब चुनाव अभियान जोर पकड़ चुका है। पुणे जिले के कोथरुड विधानसभा सीट पर भी चुनाव प्रचार जोरों पर है। इस सीट के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 अक्तूबर है। मतदान 20 नवंबर को होगा और रिजल्ट 23 नवंबर को आएंगे। कोथरुड सीट पुणे लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। पुणे से बीजेपी के मुरलीधर सांसद हैं।
कोथरुड सीट का चुनावी इतिहास
कोथरुड सीट से अभी बीजेपी के सीनियर नेता चंद्रकांत पाटिल विधायक हैं। 2019 के चुनाव में उन्होंने एमएनएस के किशोर शिंदे को हराया था। 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की मेधा कुलकर्णी को जीत मिली थी। इस सीट पर 2009, 2004 और 1999 में शिवसेना को जीत मिली थी। 1995 और 1990 में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। इसके बाद से कांग्रेस यह सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी है।
बीजेपी ने कोथरुड सीट से एक बार फिर चंद्रकांत पाटिल को टिकट दिया है जबकि शिवसेना (यूबीटी) ने चंद्रकांत मोकाटे की उम्मीदवारी दी है। वहीं, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) से किशोर शिंदे चुनावी मैदान में हैं। 2009 में विधानसभाओं के परिसीमन के बाद मोकाटे कोथरुड विधानसभा के पहले विधायक थे। 2019 में मौजूदा विधायक चंद्रकांत पाटिल ने एमएनएस के किशोर शिंदे को 20,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था। इस बार यहां पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है।
कोथरुड सीट के बारे में
कोथरुड सीट को शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र के विभाजन और भवानी पेठ निर्वाचन क्षेत्र के विघटन के बाद बनाया गया था। इस इलाके को शिव सेना का गढ़ माना जाता है। इस निर्वाचन क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 250,000 है। यह सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। यह पुणे जिले में स्थित है और पुणे लोकसभा सीट के 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है।
2011 की जनगणना के अनुसार, यहां पर करीब 31,666 एससी मतदाता हैं। जोकि लगभग 8.11% हैं। एसटी मतदाता लगभग 4,998 हैं जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 1.28% हैं। मुस्लिम मतदाता लगभग 8,200 हैं जोकि करीब 2.1% हैं। यहां पर शहरी मतदाताओं की संख्या अधिक है। इस बार महा विकास अघाड़ी और महायुति के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।