महाराष्ट्र: डिप्टी सीएम बन आरोपी ने कर दिया कई अधिकारियों का ट्रांसफ़र, मगर एक गलती से चढ़ गया साइबर सेल के हत्थे
महाराष्ट्र में एक शख्स ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की फेक साइन बना कर कई अधिकारियों के ट्रांसफर कर डाले, इतना ही नहीं उसने डिप्टी सीएम के ओएसडी के नाम का फेक ईमेल अकाउंट भी बना डाला।
मुंबई: महाराष्ट्र से एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जो आपको हैरान कर देगी। यहां एक शख्स ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस का फेक साइन कर एनर्जी डिपार्टमेंट के अधिकारियों के तबादले की लिस्ट जारी कर दी। फिर उस लिस्ट को उनके ही OSD की फेक ईमेल ID बनाकर अधिकारियों को ट्रांसफ़र ऑर्डर भी भेज दिया। इसके बाद उन अधिकारियों को मनपसंद पोस्टिंग के नाम पैसों की मांग भी की। इस बात की जानकारी OSD विद्याधर महाले तक पहुंचने पर एफआई दर्ज किया गया है और साइबर सेल ने शख़्स को गिरफ़्तार किया है।
फेक अकाउंट बनाकर भेजा ट्रांसफर ऑर्डर
साइबर सेल के SP संजय शिंत्रे ने कहा कि गृहमंत्री के OSD विद्याधर महाले ने शिकायत की थी कि किसी ने उनके ऑफ़िशियल ईमेल एड्रेस के जैसा एक फेक अकाउंट बना लिया है और उससे एनर्जी डिपार्टमेंट के 6 अधिकारियों को एक ट्रांसफर ऑर्डर भी भेजा है। जिसके बाद जांच शुरू की गई। शिंत्रे ने बताया की हमें जांच के दौरान पता चला की आरोपी एक ओपन नेटवर्क का इस्तेमाल कर इस तरह से लोगों को ईमेल कर रहा था। साथ ही पता चला कि आरोपी जिस मोबाइल में ओपन नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा था उस नेटवर्क का इस्तेमाल करते समय मोबाइल का नेटवर्क भी इस्तेमाल हो गया था जिसके बाद पुलिस ने उसे लोकेट कर लिया और उसे मिरज़ इलाक़े से गिरफ़्तार किया गया।
इंटरनेट से देखकर बना डाली साइन
आरोपी ने साइबर सेल को बताया कि उसने एनर्जी डिपार्टमेंट के 6 अधिकारियों की एक ट्रांसफर लिस्ट बनाई और उसकी एक ऑर्डर कॉपी तैयार की। कॉपी असली लगे इसलिए इंटरनेट से देखकर उसके नीचे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की फर्जी साइन भी बनाई। शिन्त्रे ने आगे बताया कि आरोपी ने फर्जी ट्रांसफ़र ऑर्डर बनाने के बाद उसने उन अधिकारियों को उपमुख्यमंत्री के OSD महाले का फर्जी ईमेल आईडी बनाकर भेज दिया। SP संजय शिंत्रे ने आगे बताया कि महाले ने बताया था कि किसी ने उनके ऑफ़िशियल ईमेल एड्रेस में थोड़ी हेराफेरी की है जिस वजह से असली ईमेल लग रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने दिए थे जांच के आदेश
इसके बाद आरोपी ने उन सभी अधिकारियों से संपर्क किया और उनसे उनकी मनपसंद पोस्टिंग के लिए पैसों की डिमांड की। इस घटना के बाद कुछ अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री के कार्यालय में इसकी जानकारी दी और फिर उपमुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच के आदेश दिए। जिसके बाद महाले की शिकायत पर स्टेट साइबर की ने IPC की धारा 465, 467, 468, 469, 471, 419, 120(B) और IT की धारा 66(C),66(D) के तहत FIR दर्ज की।
BE इलेक्ट्रॉनिक कर चुका है आरोपी
शिंत्रे ने बताया कि गिरफ़्तार आरोपी का नाम मोहम्मद इलियास याकूब मेमन है जिसने BE इलेक्ट्रॉनिक की पढ़ाई की है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आख़िर आरोपी ने यह क्यों किया, आरोपी ने अब तक कितने लोगों से पैसे की मांग की है और इसके साथ और कितने लोग शामिल है?
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