Maharashtra: सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (CGST) कमिश्नरेट के अधिकारियों ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी में स्थित दो कंपनियों के मालिकों को कथित रूप से धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, 20 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का लाभ उठाने के आरोप हैं। सीजीएसटी कमिश्नरेट (भिवंडी) ने कहा कि दोनों कंपनियों द्वारा धोखाधड़ी किए जाने का खुलासा होने के बाद गुरुवार को गिरफ्तारियां की गईं।
कमिश्नरेट ने एक प्रेस रिलीज के जरिए दी जानकारी
इन दोनों की गिरफ्तारी के साथ भिवंडी कमिश्नरेट ने पिछले एक साल में अब तक इस तरह के अपराधों में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। कमिश्नरेट ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि अधिकारियों ने एक नकली जीएसटी चालान रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसका इस्तेमाल 41 करोड़ रुपये के फर्जी चालान पर लगभग 18 करोड़ रुपये के नकली आईटीसी का लाभ उठाने के लिए किया गया था।
30 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा
कमिश्नरेट के मुताबिक, एम एम बिल्डकॉन/लम्बोदर बिल्डकॉन के मालिक को सीजीएसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। प्रेस रिलीज के अनुसार, जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर कंपनी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया और 30 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पिछले एक साल में सीजीएसटी भिवंडी कमिश्नरेट द्वारा यह 16वीं गिरफ्तारी है।
2.57 करोड़ रुपये के अयोग्य आईटीसी का उठाया लाभ
प्रेस रिलीज के मुताबिक, दूसरे मामले में कमिश्नरेट ने विश्वकर्मा इंटरप्राइजेज से जुड़े एक नकली जीएसटी चालान रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें 14.30 करोड़ रुपये के फर्जी चालान के माध्यम से 2.57 करोड़ रुपये के अयोग्य आईटीसी का लाभ उठाया गया था।
बीते दिनों भी ऐसे मामले में हुई थी गिरफ्तारी
सीजीएसटी मुंबई साउथ कमिश्नरेट के अधिकारियों ने एक नकली जीएसटी चालान रैकेट का भंडाफोड़ किया था और मैसर्स एमी इंटरनेशनल जर्नल (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक को कथित तौर पर नकली जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) से 55 करोड़ रुपये के फर्जी चालान पर करीब 27.59 करोड़ रुपये का लाभ उठाने के लिए गिरफ्तार किया है। सेंट्रल इंटेलिजेंस यूनिट, CGST मुंबई ज़ोन से प्राप्त एक विशिष्ट इनपुट पर कार्रवाई करते हुए, CGST मुंबई साउथ कमिश्नरेट की एंटी-थेफ्ट विंग ने एक जांच शुरू की। यह पाया गया कि करदाता व्यवसाय के पंजीकृत स्थान पर कोई काम ही नहीं करता था।