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Hindi News महाराष्ट्र NCP की बयानबाजी से शिवसेना और बीजेपी खफा, भुजबल ने की थी 90 सीटों की मांग

NCP की बयानबाजी से शिवसेना और बीजेपी खफा, भुजबल ने की थी 90 सीटों की मांग

महराष्ट्र की सियासत में उस समय एक बार फिर हलचल शुरू हो गई जब NCP नेता छगन भुजबल ने सूबे की 288 विधानसभा सीटों में 90 सीटें NCP उम्मीदवारों के लिए मांगने की बात कही।

Shiv Sena, BJP, NCP, Lok Sabha Elections, Lok Sabha Elections 2024- India TV Hindi Image Source : PTI FILE महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (बीच में) उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (बाएं) और अजित पवार के साथ।

मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में उठापटक का दौर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। सूबे की राजनीति में ताजा हलचल NCP नेता छगन भुजबल के ताजा बयान के चलते हो रही है। भुजबल ने 288 में से NCP के लिए 90 सीटों की मांग की है। भुजबल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय सिरसाट ने कहा कि भुजबल इस तरह के बयान देकर महायुति में दरार लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि (सींट बंटवारे में) कोई एक पार्टी नहीं मानी तो क्या पता गठबंधन रहे या न रहे, अगर ज्यादा खींचतान हुई तो उसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे।

‘आप पहले से ही गठबंधन में दरार लाना चाहते हैं’

संजय सिरसाट ने कहा, ‘(गठबंधन की) शर्तें क्या हैं, इसका ध्यान रखो। क्या युति नहीं करनी है, हो सकता है। गठबंधन के सभी बड़े नेता बैठेंगे और फैसला करेंगे। बाहर इस तरह का बयान देकर आप क्या कहना चाहते हैं? इसका अर्थ यह है कि आप पहले से ही गठबंधन में दरार लाना चाहते हैं। NCP को इतनी जल्दबाजी क्यों है? 4 महीने बाकी हैं। जब चुनाव आएगा तब देखेंगे। आज इस बात पर लड़ना उचित नहीं है, लोकसभा का रिजल्ट तो आने दीजिए। अगर साथ रहना है तो एक दूसरे को समझ कर आगे बढ़ना चाहिए। कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा इसका फैसला एकनाथ शिंदे करेंगे।’

‘90 सीटें होंगी तभी तो 50-60 सीटें जीतकर आएंगे’

सिरसाट ने कहा, ‘(भुजबल को) मीडिया के सामने बयान नहीं देना चाहिए। अगर (हम पर) दबाव बनाने की कोशिश हुई तो ऐसा नहीं होने देंगे। अगर मिलकर चुनाव लड़ना है तो एक दूसरे को समझ कर चलना होगा। बता दें कि NCP की बैठक में छगन भुजबल ने कहा था कि विधानसभा चुनाव में कम से कम 80-90 सीटें चाहिए। उन्होंने कहा कि इतनी सीटें होंगी तभी तो 50-60 सीटें जीतकर आएंगे। वहीं प्रफुल पटेल ने भी कहा की नासिक की लोकसभा की सीट हमारी थी लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आग्रह की वजह से हमने वह सीट छोड़ दी, लेकिन अब विधानसभा चुनाव में हमें ज्यादा सीटें मिले इसके लिए प्रयास करना होगा।

लोकसभा चुनावों के नतीजों का इंतजार करे NCP

NCP की तरफ से हो रही बयानबाजी को लेकर शिवसेना के बाद अब बीजेपी भी खफा हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनावों के बाद स्ट्राइक रेट के आधार पर ही सीटों का बंटवारा होगा। जिस पार्टी का स्ट्राइक रेट जितना होगा, उसके हिस्से उतनी सीटें आएंगी। 4 जून को नतीजे आने के बाद महायुति के तीनों दलों के प्रदर्शन का आकलन किया जाएगा। शिवसेना ने भी NCP को दो टूक कह दिया है कि सीट बंटवारे पर ज्यादा खींचतान के नतीजे अच्छे नहीं होंगे। पार्टी ने कहा है कि NCP लोकसभा चुनाव नतीजों का इंतजार करे।