मुंबई. महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को राज्य में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां रविवार को 15 जून तक बढ़ा दीं और यह घोषणा भी की कि कोविड-19 की संक्रमण दर और ऑक्सीजन बिस्तरों की उपलब्धता के आधार पर पाबंदियों में ढील दी जाएगी। सरकार ने एक आदेश में कहा कि जिन नगर निगमों एवं जिले में संक्रमण की दर 10 फीसदी से नीचे है और ऑक्सीजन वाले बिस्तर 40 फीसदी से कम भरे हैं, उन जगहों पर प्रतिष्ठानों, दुकानों एवं अन्य सेवाओं का समय सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक किया जा सकता है जो फिलहाल सुबह सात बजे से दोपहर 11 बजे तक ही है।
इसी तरह, जिन नगर निगमों एवं जिलों में संक्रमण की दर 20 फीसदी से अधिक है और ऑक्सीजन वाले 75 फीसदी बिस्तरों पर मरीज भर्ती हैं, ऐसे जिलों में किसी भी व्यक्ति को आने-जाने की अनुमति नहीं होगी। आदेश के मुताबिक, आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में नहीं आने वाली दुकानें एवं प्रतिष्ठानों को खोले जाने के संबंध में निर्णय स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा लिया जाएगा।
महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों में आई कमी लेकिन अब भी पिछले साल के चरम के बराबर- ठाकरे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण के रोजाना आने वाले मामलों में कमी आई है लेकिन अब भी यह पिछले साल सामने आए सबसे अधिक मामलों के करीब है। ठाकरे ने कहा,‘‘मरीजों की संख्या में कमी के बावजूद हम पिछले साल के चरम के करीब हैं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ‘माझा डॉक्टर’ पहल फैमिली डॉक्टरों तक पहुंचने में मदद करेगी ताकि बिना लक्षण वाले मरीजों में अधिक दवा सेवन की प्रवृत्ति और अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति उत्पन्न होने से बचा जा सके। ठाकरे ने कहा, ‘‘पिछले साल के मुकाबले इस साल कोविड-19 वायरस के प्रकार में अंतर है। यह अब अधिक संक्रामक है,तेजी से फैल रहा है और मरीजों के ठीक होने में लंबा समय लग रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामने एक और राक्षक फंगस है जिसका मुकाबला करना है। राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस के 3000 मामले हैं। कोरोना वायरस कार्य बल इस पर नजर रख रहा है।’’