महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। सभी अपने-अपने चुनावी घोषणापत्र से वोटरों को लुभाने की कोशिश में लगे हुए हैं, पर शरद पवार गुट के दो बड़े नेता इसी चुनावी घोषणा पत्र को लेकर आमने-सामने आ गए। हालात तो यहां तक बिगड़ गए कि दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। वहीं, मौजूद लोगों ने दोनों में बीच-बचाव किया। ये हाथापाई ऐसे हालात में हुई जब एनसीपी शरद पवार और एनसीपी अजित पवार प्रदेश में एक-दूसरे को अपना दमखम दिखाने के होड़ में लगे हुए हैं।
चुनावी कैंपेन के दौरान घटी घटना
एएनआई के मुताबिक, घटना 27 अक्टूबर 2024 की शाम मुंब्रा विधानसभा में घटी है, जहां जितेंद्र आव्हाड चुनावी कैंपेन को लेकर गए थे, इसी बीच चुनावी घोषणा पत्र को लेकर एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड और पार्टी के राज्य अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष यूनुस शेख के बीच हाथापाई और गहमागहमी हुई। हालांकि पूरे मामले की संक्षेप जानकारी नहीं है कि किस मुद्दे को लेकर ये गहमागहमी हुई, पर कहा जा रहा कि इससे दोनों के लिए दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
आंतरिक कलह आया बाहर?
शरद पवार गुट के वरिष्ठ नेता जितेंद्र आव्हाड और पार्टी के राज्य अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष यूनुस शेख के बीच चुनावी घोषणापत्र के बारे में चर्चा के दौरान हाथापाई हुई, जो चुनावों के बीच पार्टी के भीतर आंतरिक कलह को दिखा रहा है। जानकारी के मुताबिक, आव्हाड को मुंब्रा-कलवा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें गुटीय विवाद ज्यादा मुख्य होते जा रहे हैं। ये असहमति व्यापक चुनावी तनाव का हिस्सा हैं। मुंब्रा जैसे प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में एनसीपी अजित पवार गुट और एनसीपी शरद पवार गुट अपने-अपने प्रभाव के लिए होड़ करने में जुटी हुई है।
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