जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को बड़ी राहत, बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी अंतरिम जमानत, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई थी गिरफ्तारी
बॉम्बे हाईकोर्ट ने नरेश गोयल को मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत दे दी है। गोयल कैंसर से पीड़ित हैं और रिलायंस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
मुंबई: जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को बॉम्बे हाईकोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड पर दो महीने की अंतरिम जमानत दे दी है। उन्हें एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। गोयल ने मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मांगी थी। नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल दोनों कैंसर से पीड़िता हैं। मुंबई के रिलायंस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। नरेश गोयल बिना कोर्ट की अनुमति के मुंबई से बाहर नहीं जा सकते हैं।
विशेष अदालत से नहीं मिली थी जमानत
इससे पहले तीन मई को सुनवाई में बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। वहीं फरवरी में विशेष अदालत ने नरेश गोयल को जमानत देने से इनकार कर दिया था। हालांकि उन्हें अपनी पसंद के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने और इलाज करने की इजाजत दे दी गई थी। गोयल ने इसके बाद हाईकोर्ट का रुख किया और अर्हता के आधार पर जमानत देने का अनुरोध किया। उन्होंने मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम राहत की गुहार लगाई।
हाईकोर्ट में ईडी ने जमानत का किया विरोध
गोयल के वकील हरीश साल्वे ने अदालत से मानवीय आधार पर मामले की तत्काल सुनवाई करने का अनुरोध किया। हालांकि, ईडी का पक्ष रख रहे हितेन वेनेगांवकर ने जमानत अर्जी का विरोध किया और कहा कि एजेंसी को गोयल को और अधिक दिनों तक अस्पताल में भर्ती रखने पर कोई आपत्ति नहीं है। वेनेगांवकर ने दलील दी कि अदालत गोयल की अस्पताल में भर्ती रहने की मियाद और चार सप्ताह तक बढ़ा सकती है और उसके बाद स्थिति का आकलन करने के लिए नई मेडिकल रिपोर्ट तलब कर सकती है। इस पर, साल्वे ने दलील दी कि गोयल की सेहत खराब होने के साथ उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुई थी गिरफ्तारी
प्रवर्तन निदेशालय ने गोयल को केनरा बैंक के साथ 538 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में सितंबर 2023 में गिरफ्तार किया था। नवंबर 2023 में ईडी ने गोयल की पत्नी अनीता को भी गिरफ्तार कर लिया था। नीता गोयल को उसी दिन विशेष अदालत ने उनकी उम्र और सेहत को देखते हुए जमानत दे दी थी।
क्या है पूरा मामला
जेट एयरवेज को 848.86 करोड़ रुपये की क्रेडिट लिमिट और लोन केनरा बैंक ने दिया था। इनमें से 538 करोड़ बकाया है। इस अकाउंट को 29 जुलाई 2021 को फ्रॉड घोषित किया गया। सीबीआई ने 5 मई को नरेश गोयल के मुंबई दफ्तर समेत 7 ठिकानों की तलाशी ली। सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।